जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विकास पारीक
खेतड़ी : खेतड़ी कस्बे के अनाज मंडी स्थित जानकी वल्लभ अधर मंदिर में रविवार को भोपालगढ़ विकास समिति की बैठक का आयोजन किया गया। रमेश तिवाड़ी की अध्यक्षता में हुई बैठक में खेतड़ी के विकास को लेकर चर्चा करते हुए पौधारोपण कार्यक्रम को बढ़ावा देने का आह्वान किया गया है।
समिति के रमेश तिवाड़ी ने बताया कि भोपालगढ़ विकास समिति का मुख्य उद्देश्य खेतड़ी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है। खेतड़ी रियासत कालीन समय से जयपुर के बाद दूसरी सबसे बड़ी रियायत हुआ करती थी। रियासत कालीन समय में खेतड़ी का क्षेत्र की पूरे विश्व में एक अलग पहचान थी। राजा अजीत सिंह और स्वामी विवेकानंद की दोस्ती से खेतड़ी पूरे विश्व में जगजाहिर हुई थी। खेतड़ी नरेश अजीत सिंह ने ही स्वामी विवेकानंद को शिकागो धर्म सम्मेलन में भिजवाया था, जिसके बाद स्वामी विवेकानंद ने सनातन धर्म का परचम लहराया था। आज खेतड़ी पर्यटन के रूप में विकसित होने के लिए बांट जोह रही है। रियासत कालीन समय से अनेक गढ़, बांध, महल, किलो का निर्माण करवाया गया था, लेकिन उनकी देखरेख नहीं होने के कारण वह जर्जर हो गए हैं। ऐसे में सरकार को खेतड़ी को पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। इस दौरान बने सिंह धाबाई की हवेली का पुरातत्व विभाग की ओर से करवाएं जा रहे निर्माण कार्यों को लेकर तहसीलदार से मिलकर हो रहे निर्माण कार्य की जानकारी जुटाई जाएगी। इसके अलावा भोपालगढ़ में एक पेड़ मां के नाम अभियान को लेकर विधायक से मिलकर अभियान को सफल बनाने को लेकर चर्चा की गई।
इस मौके पर वासूदेव तिवाड़ी, प्रेमनारायण माथुर, श्याम सिंह चौहान, मालीराम पंवार, शिवकुमार शर्मा, मोहनलाल सेन, अरूण एडवोकेट, रामवतार सैनी, महेश पारीक, नंदकिशोर, गौरव स्वामी, ओमप्रकाश, शंकरलाल, दयानंद, भूपेंद्र सैनी, अरविंद कुमार, नरोत्तम पारीक सहित अनेक लोग मौजूद थे।