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शिव परिवार मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा:मानोता जाटान के कान धाम बालाजी मंदिर में कार्यक्रम, कलश यात्रा निकाली


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शिव परिवार मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा:मानोता जाटान के कान धाम बालाजी मंदिर में कार्यक्रम, कलश यात्रा निकाली

शिव परिवार मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा:मानोता जाटान के कान धाम बालाजी मंदिर में कार्यक्रम, कलश यात्रा निकाली

खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड के मानोता जाटान के कान धाम बालाजी मंदिर परिसर में नव निर्मित मंदिर शिव परिवार की मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। इससे पहले महिलाओं ने गांव में कलश निकाली। कार्यक्रम के दौरान पंडित रामनिवास शर्मा के सानिध्य में सूबेदार चंदगीराम ढाका की मुख्य यजमानी में पंडित विद्याधर शर्मा खतेहपुरा, पंडित प्रमोद शर्मा, पंडित पुनीत शर्मा, पंडित देवी दत्त शर्मा, एवं पंडित चंदन शर्मा ने वैदिक मंत्रोचार के साथ पूजा अर्चना करवा कर शिव परिवार मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा करवाई।

इससे पूर्व महिलाओं ने भजन कीर्तन एवं मंगल गीत गाते हुए कलश यात्रा निकाली। ग्रामीणों की ओर से कलश यात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। शिव परिवार मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर यज्ञ हवन का आयोजन किया गया। मुख्य यजमान हवा सिंह ढ़ाका, मनोज देवी, भरत सिंह ढ़ाका, अनीता देवी, बृजलाल ढ़ाका, चंदा देवी, महावीर सिंह किताब देवी, रामोतार सिंह एवं जोगेश्वरी देवी को पंडित विद्याधर शर्मा एवं चार सहयोगी पंडितों ने वैदिक मंत्रोचार के साथ यज्ञ में आहुतियां दिलवाई। पंडित रामनिवास शर्मा ने बताया ने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन में धार्मिक अनुष्ठान करने चाहिए। भगवान के प्रति आस्था रखने से सदैव जीवन आनंदमय रहता है तो भगवान की भक्ति करने से अपने भक्तों पर हमेशा भगवान की कृपा रहती हैं। प्रत्येक व्यक्ति को जीव जंतुओं की सेवा करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। गाय का हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्व है, इसकी पुजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। हिन्दू धर्म में गाय माता को विशेष स्थान दिया गया है, गाय के गुणों से मनुष्य अनेक प्रकार की बिमारियों से भी मुक्ति पाता है। इससे पूर्व रात्रि में जागरण का आयोजन किया गया।

इस मौके पर सरपंच बहादुरमल मेघवाल, सुमेर सिंह ढाका, देवकरण पायल, सुभाष महला, मूलचंद ढाका, सभाचंद्र ढाका, रूपचंद ढाका, जय सिंह, प्रताप छाबा, महावीर ढाका, शिवलाल ढाका, रामस्वरूप झाझडिया, विमला देवी, सुमित्रा देवी, सरोज देवी, सुधीरा देवी, विद्या देवी, कौशल्या देवी, रेशमा देवी, पिजा देवी, भज्जी देवी, अंजली देवी सहित अनेक लोग मौजूद थे।

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