11 माह बाद भी नहीं सुलझा मामला:परिजन बोले- यह हादसा नहीं हत्या थी, झुंझुनूं रोडवेज में सांख्यिकी अधिकारी की संदिग्ध मौत का मामला
11 माह बाद भी नहीं सुलझा मामला:परिजन बोले- यह हादसा नहीं हत्या थी, झुंझुनूं रोडवेज में सांख्यिकी अधिकारी की संदिग्ध मौत का मामला

झुंझुनूं : झुंझुनूं डिपो में कार्यरत सहायक सांख्यिकी अधिकारी चेतन मिश्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का राज़ अब तक पुलिस नहीं सुलझा पाई है। 11 महीने बीतने के बाद भी पुलिस मौत की गुत्थी नहीं सुलझा पाई है, जबकि परिजन इसे हत्या बता रहे हैं और नामजद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

बबाई निवासी चेतन मिश्रा पुत्र सुरेश मिश्रा झुंझुनूं रोडवेज डिपो में सहायक सांख्यिकी अधिकारी के पद पर तैनात थे। 25 जुलाई 2023 को चेतन मिश्रा ड्यूटी पर आए थे, तभी सुबह 11 बजे उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तत्काल बीडीके अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें जयपुर रेफर किया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया था।
मृतक के भाई गजेंद्र मिश्रा ने ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसमें रोडवेज के तत्कालीन चीफ मैनेजर गणेश शर्मा, बाबू प्रीतम सहित पांच कर्मचारियों पर हत्या का आरोप लगाया गया। चेतन मिश्रा की पत्नी डिंपल मिश्रा ने भी रिपोर्ट में बताया था कि उनके पति को लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा था। चेतन मिश्रा ने डिपो प्रबंधक को लिखित शिकायत भी दी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। चेतन के भाई ने बताया कि 8 जुलाई को वरिष्ठ सहायक मंजू बाई ने चेतन से मारपीट व अभद्रता की थी। इसकी शिकायत भी 15 जुलाई को डिपो प्रबंधक को दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
चेतन मिश्रा की नियुक्ति 2010 में उनके पिता सुरेश मिश्रा की अनुकंपा पर हुई थी। पिता की 2009 में ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी। चेतन ने 6 अक्टूबर 2022 को झुंझुनूं डिपो में ज्वाइन किया था और परिवार सहित वहीं किराये के मकान में रह रहे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब जांच एडिशनल एसपी फूलचंद को सौंपी गई है। फूलचंद का कहना है कि रेंज कार्यालय से फाइल उन्हें हाल ही में मिली है। पीड़ित पक्ष के बयान लिए जा चुके हैं, अब रोडवेज कर्मचारियों के बयान लिए जाएंगे। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।