इस्लामपुर के नवनिर्मित सीएचसी भवन के पीछे गेट निकालने का विरोध, एक पक्ष ने बंद करवाने की मांग की
इस्लामपुर के नवनिर्मित सीएचसी भवन के पीछे गेट निकालने का विरोध, एक पक्ष ने बंद करवाने की मांग की

इस्लामपुर : इस्लामपुर में निर्माणाधीन सीएचसी भवन के दक्षिण साइड में नियमों को दरकिनार कर रास्ता खोलने की तैयारी की जा रही है। यह रास्ता एक व्यक्ति विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए खोला जा रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि यह सब एक व्यक्ति विशेष द्वारा अस्पताल के पीछे की तरफ की गई कॉमर्शियल प्लाटिंग को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है।
सीएचसी भवन के ले आउट प्लान में सिर्फ उतर दिशा में ही दो रास्तों का प्रावधान किया गया है। ये दोनों रास्ते खोल दिए गए। इनमें एक रास्ता प्रवेश के लिए और दूसरा निकासी के लिए है। लेकिन अब चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर अस्पताल के दक्षिण दिशा में भी रास्ता खोलना चाह रहे हैं।
गांव के मुकेश कुमार शर्मा, सुनिल कुमार शर्मा, गुलझारीलाल सैनी व प्रेम सैनी आदि ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर दक्षिण दिशा में गेट खोलने के प्रयासों पर ऐतराज जताया है। इनका कहना है कि नवनिर्मित सीएचसी भवन के लिए दानदाताओं ने जो भूमि दी है, उसमें स्पष्ट उल्लेख है कि दक्षिण में बरकत मनियार का नोहरा है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच व उसके लोगों ने इस नोहरे में प्लाटिंग कर दी। दुकानें काटकर मार्केट बनाना चाह रहे हैं। इसलिए रास्ता निकलवाने का प्रयास कर रहे हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर सीएमएचओ ने प्रकरण की जांच करवाई। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (परिवार कल्याण) ने पांच जून को सीएमएचओ को सौंपी अपनी जांच रिपोर्ट में माना कि निर्माणाधीन सीएचसी भवन के नक्शे में दक्षिण दिशा में रास्ते का कोई प्रावधान नहीं किया गया था। फिर भी इस दिशा में सरपंच आमीन मणियार ने रास्ता खुलवाने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि रास्ता खोला जाता है तो उस दिशा में स्थित आबादी को फायदा मिलेगा। फिर भी इस संबंध में चिकित्सा विभाग के अधिशासी अभियंता की राय लेना उचित रहेगा। सरपंच आमीन मणियार का कहना है कि उनकी कोई जमीन नहीं है, वे तो आमजन की मांग पर रास्ता खुलवाना चाह रहे हैं।
कलेक्टर, सीएमएचओ व मंत्री को दे चुके ज्ञापन : इस संबंध में ग्रामीणों की ओर से कलेक्टर रामावतार मीणा, सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर व चिकित्सा विभाग के एक्सईएन बीएल सबरवाल को भी ज्ञापन दिया जा चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि सीएचसी भवन के नक्शे में दक्षिण दिशा (सीएचसी के पीछे) में रास्ते का कोई प्रावधान नहीं किया गया है। फिर भी अब रास्ता निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह सुरक्षा की दृष्टि से भी उचित नही है। ग्रामीणों ने अस्पताल भवन के पीछे की तरफ कथित रास्ता खोलने के लिए रोका गया बाउंड्री निर्माण कार्य पूरा कराने की मांग की है।
इनका कहना हैं
मेरे पास दोनों पक्षों की तरफ से प्रकरण आया था। एक पक्ष रास्ता खुलवाना चाहता है और दूसरा पक्ष रास्ता खोलने के विरोध में है। इसलिए डिप्टी सीएमएचओ व बीसीएमओ को भेजकर जांच करवाई थी। यह मामला सिविल डिपार्टमेंट का है। निर्माण के दौरान रास्ता खोलना है या नही, इसलिए जांच रिपोर्ट एक्सईएन को भेज दी। वे जो निर्णय लेंगे, उसके अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। -डॉ. छोटेलाल गुर्जर, सीएमएचओ झुंझुनूं
नक्शे में रास्ते का कोई प्रावधान नहीं किया गया है। इस संबंध में सीएमएचओ की ओर से आई रिपोर्ट में दक्षिण दिशा में आबादी का हवाला देते हुए रास्ता खोलने के लिए कहा गया है। इसलिए पत्रावली उच्चाधिकारियों को भेजकर मार्गदर्शन मांगा जाएगा। वहां से जो भी निर्देश मिलेंगे, निर्णय लिया जाएगा। -बीएल सबरवाल, एक्सईएन चिकित्सा विभाग
मैंने अपने प्रयास से परिवारजनों से 574 वर्ग गज जमीन दान पत्र द्वारा अस्पताल को डोनेट करवाई है। जिसमें पट्टेशुदा रास्ता भी शामिल है। कस्बे की लगभग 60% से भी अधिक आबादी इसी तरफ निवास करती है। वहां पर मेरी कोई भी निजी जमीन नहीं है। जनहित को देखते हुए ग्रामीण इधर रास्ता चाहते हैं और राजनैतिक द्वेषता के चलते मुझ पर मनगढ़त आरोप लगाए जा रहे हैं। -आमीन मनियार, सरपंच इस्लामपुर
वार्डवासियों के लिए यही रास्ता नजदीक लगता है। इसीलिए वार्ड के लोग इस साइड में रास्ता निकलवाना चाहते हैं। इधर रास्ता नहीं निकलने पर इमरजेंसी में वार्ड के लोगों को घूमकर जाना पड़ेगा, जिससे मोहल्ले के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। –लालचंद सैनी, वार्ड पंच इस्लामपुर