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उपराष्ट्रपति बोले-मोदी का मखौल उड़ाने वालों से खिन्न होती हैं:वे गुदड़ी के लाल हैं; सरकारी स्कूल के बच्चों को दिल्ली आने का दिया निमंत्रण


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उपराष्ट्रपति बोले-मोदी का मखौल उड़ाने वालों से खिन्न होती हैं:वे गुदड़ी के लाल हैं; सरकारी स्कूल के बच्चों को दिल्ली आने का दिया निमंत्रण

उपराष्ट्रपति बोले-मोदी का मखौल उड़ाने वालों से खिन्न होती हैं:वे गुदड़ी के लाल हैं; सरकारी स्कूल के बच्चों को दिल्ली आने का दिया निमंत्रण

झुंझुनूं : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बुधवार को झुंझुनूं के दौरे पर थे। वे अपनी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ के साथ संगासी स्थित महात्मा गांधी स्कूल पहुंचे और स्कूली बच्चों से संवाद किया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संघर्ष की सराहना करते हुए कहा कि वे जनजातीय समुदाय से आती हैं। लेकिन अपने कठिन परिश्रम के बल पर विधायक, मंत्री और राज्यपाल बनीं और अब देश के सर्वोच्च पद पर आसीन हैं। यह भारतीय लोकतंत्र की सच्ची ताकत है।

उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बचपन कठिनाइयों में गुजरा, उन्होंने रेलवे स्टेशन पर चाय बेची। कुछ लोग मखौल(मजाक) उड़ाते है, मुझे बड़ी खिन्न होती है। जबकि इन्हें ही गुदड़ी का लाल कहते हैं। यह उनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष का प्रतीक है।

उन्होंने कहा- भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। हमने इंग्लैंड को पीछे छोड़ दिया है और जल्द ही जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। आज का भारत वैसा ही है जैसा प्राचीन समय में विश्व गुरु हुआ करता था।

उपराष्ट्रपति ने बच्चों से कहा कि वे स्वदेशी उत्पादों को अपनाएं।
उपराष्ट्रपति ने बच्चों से कहा कि वे स्वदेशी उत्पादों को अपनाएं।

स्कूली बच्चों को दिल्ली आने का निमंत्रण दिया

उन्होंने कहा कि जब वे सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ गए थे, तब उम्मीद नहीं थी कि वहां लड़कियां भी पढ़ेंगी। अब झुंझुनूं के सैनिक स्कूल में भी लड़कियों का प्रवेश हो चुका है। साथ ही, मथुरा में केवल लड़कियों के लिए एक सैनिक स्कूल स्थापित किया गया है। अब लड़कियां लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं और भारतीय सेना में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, जो गर्व की बात है।

उन्होंने स्कूली बच्चों से कहा कि वे स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें, क्योंकि यदि वे खुद स्वस्थ नहीं रहेंगे तो दूसरों की मदद करने के बजाय खुद को मदद मांगनी पड़ेगी। उपराष्ट्रपति ने स्कूली बच्चों को दिल्ली आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा- छोटे-छोटे समूहों में छात्रों को दिल्ली बुलाया जाएगा, जहां उनके रहने-खाने की पूरी व्यवस्था की जाएगी। इस दौरान वे संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री संग्रहालय और वार मेमोरियल का दौरा कर सकेंगे।

झुंझुनूं नारी शक्ति सशक्तिकरण का प्रतीक

झुंझुनूं को नारी सशक्तिकरण का प्रतीक बताते हुए उपराष्ट्रपति ने जिले की दो प्रतिष्ठित महिलाओं कमला बेनीवाल और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि कमला बेनीवाल विधायक, मंत्री और राजस्थान की उप मुख्यमंत्री रही हैं, साथ ही गुजरात की राज्यपाल भी बनीं। वहीं, सुमित्रा सिंह कई बार विधानसभा सदस्य रहीं, मंत्री बनीं और राजस्थान विधानसभा की अध्यक्ष भी बनीं। नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक ऐतिहासिक कदम है, जिससे लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण मिलेगा। इससे नीति-निर्माण में महिलाओं की अधिक भागीदारी होगी और शासन व्यवस्था सुचारू रूप से चलेगी।

उपराष्ट्रपति ने स्कूल प्रबंधन की सराहना की और बच्चों से संवाद किया।
उपराष्ट्रपति ने स्कूल प्रबंधन की सराहना की और बच्चों से संवाद किया।

भारत की तकनीकी और बुनियादी ढांचे में हुई प्रगति

उपराष्ट्रपति ने बताया कि भारत में आज 12 करोड़ घरों में शौचालय बनाए गए हैं और 55 करोड़ लोगों के बैंक खाते खुले हैं। उन्होंने कहा कि भारत की इंटरनेट खपत अमेरिका और चीन को मिलाकर भी ज्यादा है। साथ ही, सड़कों का जाल तेजी से फैल रहा है और नई ट्रेनें शुरू की जा रही हैं।

स्कूली बच्चों से संवाद में उपराष्ट्रपति ने महात्मा गांधी के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि स्वदेशी अपनाना बहुत जरूरी है। उन्होंने बच्चों से अपील की कि वे विदेशी उत्पादों की बजाय स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और रोजगार के नए अवसर बनेंगे।

कार्यक्रम में स्कूल के मेधावी बच्चों को टैबलेट भी दिए गए।
कार्यक्रम में स्कूल के मेधावी बच्चों को टैबलेट भी दिए गए।

लाइब्रेरी के लिए 1000 किताबों की सौगात

संवाद सत्र में उपराष्ट्रपति ने घोषणा की कि महात्मा गांधी स्कूल की लाइब्रेरी के लिए 3 महीने के भीतर 1000 नई किताबें भेजी जाएंगी, जिससे छात्रों को पढ़ने और ज्ञान बढ़ाने का अधिक अवसर मिलेगा। 3 महीने में स्कूल में एक आधुनिक कंप्यूटर लैब शुरू की जाएगी, जिससे विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। साथ ही, स्कूल को एक इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड भी प्रदान किया जाएगा।

इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत स्कूल में पौधारोपण किया। इसके अलावा स्कूली बच्चों को टैबलेट भी वितरित किए, जिससे उनकी डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। करीब 35 मिनट स्कूली बच्चों से मिलने के बाद उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी जयपुर के लिए रवाना हो गए। कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार के मंत्री अविनाश गहलोत, विधायक राजेंद्र भांबू, नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल सहित अन्य नेताओं की मौजूदगी रही।

देखिए… कार्यक्रम से जुड़ी फोटोज

कार्यक्रम के दौरान झुंझुनूं की नारी शक्ति का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के दौरान झुंझुनूं की नारी शक्ति का सम्मान किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद प्रस्तुति देने वाले बच्चों से भी उपराष्ट्रपति ने मुलाकात की।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद प्रस्तुति देने वाले बच्चों से भी उपराष्ट्रपति ने मुलाकात की।
उपराष्ट्रपति ने स्कूल के बच्चों को दिल्ली आने का निमंत्रण दिया।
उपराष्ट्रपति ने स्कूल के बच्चों को दिल्ली आने का निमंत्रण दिया।
बच्चों से संवाद के दौरान उपराष्ट्रपति ने उनकी हौसला अफजाई की।
बच्चों से संवाद के दौरान उपराष्ट्रपति ने उनकी हौसला अफजाई की।
उपराष्ट्रपति ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत स्कूल में पौधा भी लगाया।
उपराष्ट्रपति ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत स्कूल में पौधा भी लगाया।

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