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दुकानों और मकानों को तोड़ने के विरोध में धरना जारी:नवलगढ़ पुलिया पर अतिक्रमण हटाने पर लोग बोले- मुआवजा दे सरकार


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दुकानों और मकानों को तोड़ने के विरोध में धरना जारी:नवलगढ़ पुलिया पर अतिक्रमण हटाने पर लोग बोले- मुआवजा दे सरकार

दुकानों और मकानों को तोड़ने के विरोध में धरना जारी:नवलगढ़ पुलिया पर अतिक्रमण हटाने पर लोग बोले- मुआवजा दे सरकार

सीकर : सीकर में नवलगढ़ पुलिया पर हटाए गए अवैध अतिक्रमण के विरोध में कई दुकानदार और स्थानीय लोगों का धरना कलेक्ट्रेट के बाहर दूसरे दिन भी जारी रहा। इससे पहले बुधवार शाम को प्रभावितों ने शहर में कैंडल मार्च निकाला था। अतिक्रमण हटाए जाने से प्रभावित लोगों का कहना कि वह अतिक्रमी नहीं है। उनके पास दुकानों और मकानों के पट्टे हैं।

कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठे प्रभावित लोग।
कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठे प्रभावित लोग।

कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठे लोगों ने बताया- पुलिया के पास उनके मकान पट्टेशुदा मकानों पर प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया। अगर किसी के पास पट्टेशुदा मकान होता है तो क्या अतिकर्मी नहीं होता। नगर परिषद ने उन्हें मकान का पट्टा दिया था और निर्माण स्वीकृति दी थी, जिसके बाद लोगों ने मकान बनाए थे।

उन्होंने कहा- प्रशासन ने हमारा घर उजाड़ दिया और हमें मुआवजा भी नहीं मिला। यहां लोग 1960 से रह रहे हैं। सभी अतिक्रमी कैसे हो गए। अगर यह अतिक्रमण वाली जमीन थी तो पीडब्ल्यूडी ने जमीन दी ही क्यों और 65 साल बाद अब क्यों आई। प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि उन्हें मुआवजा दिया।

बुधवार को नवलगढ़ पुलिया पर अतिक्रमण तोड़े गए।
बुधवार को नवलगढ़ पुलिया पर अतिक्रमण तोड़े गए।

आपको बता दें कि नवलगढ़ पुलिया फोरलेन और प्रोजेक्ट के लिए जिला प्रशासन की ओर से 27 दुकानों और 6 मकान को अतिक्रमण मानते हुए उन्हें नोटिस जारी करके 19 नवंबर की सुबह अतिक्रमण पर बुलडोजर चलवा दिया। प्रशासन ने अतिक्रमित जगह से अपना सामान हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया था।

नवलगढ़ पुलिया फोरलेन प्रोजेक्ट के राज्य सरकार के द्वारा 83.01 करोड रुपए की स्वीकृति जारी की गई थी। इस प्रोजेक्ट का काम हरियाणा की धारीवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी करेगी। करीब 2 साल में पुलिया फोरलेन का काम पूरा हो जाएगा।

पुलिया फोरलेन होने के साथ ही दोनों तरफ फुटपाथ भी होगा। दोनों साइड से सीढ़ियां नीचे की तरफ जाएगी। जिससे कि लोगों को पैदल चलने के दौरान पुलिया पार करने के लिए पूरा रास्ता न तय करना पड़े। आपको बता दें कि नवलगढ़ पुलिया से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। सीकर शहर को यह रास्ता झुंझुनू और दिल्ली से जोड़ता है। इसके साथ ही शहर में सबसे ज्यादा कोचिंग और स्कूल भी नवलगढ़ और पिपराली रोड पर संचालित होती है। इसलिए हजारों लोगों का आवागमन पुलिया से होता है। पुलिया के फोरलेन होने के दौरान पुरानी पुलिया पर ट्रैफिक जारी रहेगा।

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