डोटासरा बोले-केंद्र बैकफुट पर आएगा, SEBI चीफ को हटाना पड़ेगा:बैकडोर से मंत्रालयों में आरएसएस के लोगों का कब्जा करवाना चाह रही मोदी सरकार
डोटासरा बोले-केंद्र बैकफुट पर आएगा, SEBI चीफ को हटाना पड़ेगा:बैकडोर से मंत्रालयों में आरएसएस के लोगों का कब्जा करवाना चाह रही मोदी सरकार
जयपुर : कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि मोदी सरकार को बैकफुट पर आकर सेबी चीफ को पद से हटाना पड़ेगा। हिंडनबर्ग रिपोर्ट में यह साफ जाहिर हो चुका है कि सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की चीफ ने गड़बड़ी की है। हमारी पार्टी इसकी जेपीसी बनाकर जांच की मांग कर रही है।
लेटरल एंट्री पर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के मामला उठाने के बाद जिस तरह का माहौल बना। उसमें सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा। हम हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के मुद्दे पर 22 अगस्त (गुरुवार) को जयपुर में ईडी दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे।
‘मोदी सरकार बैकडोर एंट्री करवा रही’
डोटासरा ने कहा- लेटरल एंट्री के जरिए केंद्र सरकार के मंत्रालयों में मोदी सरकार बैकडोर एंट्री करवा रही थी। इस मुद्दे पर हमारे नेताओं के विरोध के बाद सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा।
ये बैकडोर एंट्री करवाकर सरकारी मंत्रालयों में पूंजीपति घरानों का प्रवेश करवाना चाह रहे थे। आरएसएस की विचारधारा वाले लोगों को हर सरकारी विभाग में लाकर अघोषित कब्जा करवाना चाह रहे थे।
ये सारी बातें उठाने के बाद अब जो माहौल बना है, वो मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ है। ये लोग एक्सपोज हो चुके हैं।
घोटालों को दबाने के लिए सरकारी एजेंसी का दुरुपयोग
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा- सेबी चीफ के मामले में भी सरकार को बैकफुट पर आना ही होगा। जेपीसी से जांच करवानी ही होगी। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में खुलासे के बाद कुछ बच नहीं गया है। इससे यह साफ हो गया है कि सेबी चीफ ने अडाणी ग्रुप से मिलकर घोटाला किया है। अभी तो शुरुआत हुई है।
अपने घोटालों को दबाने के लिए केंद्र सरकार सीबीआई, ईडी और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है, इनका बेजा इस्तेमाल कर रही है।
कल ईडी दफ्तर पर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
हिंडनबर्ग रिपोर्ट में सेबी चीफ को लेकर हुए खुलासे के बाद जेपीसी से जांच की मांग को लेकर कांग्रेस नेता गुरुवार को जयपुर में ईडी दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे और धरना देंगे। इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
दरअसल, अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग ने सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की चेयरपर्सन पर गंभीर आरोप लगाए। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच की अडाणी ग्रुप से जुड़ी ऑफशोर कंपनी में हिस्सेदारी है।