निहालोठ-बुहाना/जयपुर : बजट में नौकरी पेशा लोगों को थोड़ी सी राहत देकर जरूर लुभाया गया है परंतु राजस्थान के लिए तो निराशा जनक है । जीएसटी प्रावधानों में सपष्टता इस बजट में नहीं है। प्रस्तावित जीएसटी एमनेस्टी स्कीम का फायदा भी सभी व्यापारियों को नहीं मिलेगा। एमनेस्टी के लिए नई धारा 128ए के अनुसार जिन ईमानदार व्यापारियों ने ब्याज तथा पेनल्टी जमा करवा दी उन्हे इसका फायदा नहीं मिलेगा जिससे कर अपवंचना बढ़ेगी और नियमानुसार व्यापार करने वालों को नुकसान होगा। शिक्षा तथा रक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभागों के लिए आशानुरूप बजट नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह बजट आम लोगों के लिए न होकर कुछ विशेष राज्यो और वर्ग के लिए है। लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन की कर दरें बढ़ा कर रियल एस्टेट क्षेत्र के निवेशकों को निराश किया है। नई कर प्रणाली में स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाना अवश्य कुछ राहत देने वाला है ।
“उमराव सिंह यादव, डिप्टी गवर्नमेंट एडवोकेट, प्रदेश महासचिव, एसोसिएशन ऑफ टैक्स पेयर्स एंड प्रोफेशनल्स, राजस्थान”