[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

मोहर्रम पर निकाला जुलूस, टूटी 51 साल पुरानी परंपरा:युवाओं ने हैरतअंगेज करतब दिखाए, हजरत इमाम हुसैन की शहादत की किया याद


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
टॉप न्यूज़पालीराजस्थानराज्य

मोहर्रम पर निकाला जुलूस, टूटी 51 साल पुरानी परंपरा:युवाओं ने हैरतअंगेज करतब दिखाए, हजरत इमाम हुसैन की शहादत की किया याद

मोहर्रम पर निकाला जुलूस, टूटी 51 साल पुरानी परंपरा:युवाओं ने हैरतअंगेज करतब दिखाए, हजरत इमाम हुसैन की शहादत की किया याद

पाली : मातम का पर्व मोहर्रम बुधवार को गमगीन माहौल में मनाया गया। दोपहर करीब तीन बजे मोहर्रम अपने मुकाम से रवाना हुए। पूरे रास्ते युवा हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए चल रहे थे। ढोल-नगाड़ों की थाप पर युवा या हुसैन…, या हुसैन… के नारे लगाते दिखे। इस दौरान ढोल-नगाड़ो और ताशों के साथ शहनाई की मातमी धुन बजा कर कर्बला के शहीद हजरत इमाम हुसैन की शहादत को ताजा करवाया। मातमी धुनों ने माहौल को गमगीन बना दिया। बता दे की सभी मोहर्रम के प्यारा चौक जाकिर हुसैन आने पर वहा नगर परिषद की और से सभी अखाडो के लाइसेंसदार और उस्तादो का सम्मान किया जाता हैं। स्टेज बनाया जाता हैं। और मिल्क रोज बनाने के लिए मिल्क की व्यवस्था की जाती हैं लेकिन इस बार नगर परिषद ने बजट में कटौती की। इसके चलते मुस्लिम समाज के सदर हाकिम भाई ने नगर परिषद के कार्य का बहिष्कार किया। ऐसे में क़रीब 51 साल पुरानी नगर परिषद द्वारा सम्मान समारोह आयोजित करने की परम्परा टूटी।

पाली शहर मोहर्रम इंतजामिया कमेटी कार्यक्रम संयोजक शकील अहमद नागौरी ने बताया- बुधवार दोपहर 3 बजे पीठ का मोहर्रम केरिया दरवाजा से लाइसेंसदार हाजी मोहम्मद उमर लौहार के नेतृत्व में अपने मुकाम से ढोल नगाड़ों के साथ रवाना हुआ। कर्बला के शहीद हजरत इमाम हुसैन और अब्बास अलमदार की शहादत को याद दिलाकर माहौल को गमगीन बना दिया।

मस्जिदों में की इबादत
पाली जिला मुस्लिम समाज के जॉइंट सैक्रेटरी हसन भाटी ने बताया मोमिनों ने हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में रोजा रख कर इबादत के लिए मस्जिदों की और रुख किया। पाली शहर की मस्जिदों में जगह-जगह तकरीर, नात खव्हानी पढ़ी गई। महिलाओं द्वारा घरों में मिलाद व तकरीरी मजलिसे सजाई गई। कर्बला के शहीदों को याद किया। मोमिनों द्वारा मस्जिदों में जिक्रे इमाम हुसैन कर के जंगनामा पढ़ा और तिलावते कुरान किया। नमाज अदा कर शहीदों को खिराजे अकीदत पेश की।

कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तारिक अली चुड़ीगर व हाजी मोहम्मद यूसुफ ने बताया- जुलूस में अखाडा मीर अजीम घोसीवाड़ा, लाईसेंसदार सलमान रोशन अली मोयल, उस्ताद चांद मोहम्मद घोसी, अखड़ा शेख चिराग के लाइसेंसदार हाजी फकीर मोहम्मद चढ़वा, जंगीवाड़ा के लाइसेन्सदार हाजी गुलाम नबी, पिंजारा भेरूघाट के अब्दुल सत्तार पठान ,मोहम्मद फारूक पठान की कयादत में अखाड़े के शागिर्दो ने अखाड़े के हैरतअंगेज करतबों का प्रदर्शन किया। जिसमें डान पट्टा, लकड़ी की चाल, शमशीर चलना, तलवार का वार और ढाल का बचाव प्रमुख थे। रास्ते में कई जगह मोमिनों ने मोहर्रम पर फूल माला, नोटों के सेहरा, सूखे मेवों के सेहरा, मिठाई का नजराना पेश किया।

पाली में बुधवार को मोहर्रम के जुलूस के दौरान ढोल पिटते युवा।
पाली में बुधवार को मोहर्रम के जुलूस के दौरान ढोल पिटते युवा।

पीठ का मोहर्रम बाद्शाह का झण्डा पहुंचने पर मोहर्रम चुड़ीगर भी चुड़ीगर मोहल्ला से लाइसेंसदार मोहम्मद शाहिद पीनू के नेतत्व में मूथों का बास से होकर पीठ के मोहर्रम के साथ होकर गजानन्द मार्ग ,माणक जी के नोहरे के पास होते हुए जंगीवाड़ा पहुंचा। इस अवसर पर मुस्लिम समाज के लोगों ने जगह-जगह दूध, शर्बत, छबील, मिठाई, हलीम व तरह-तरह के पकवान बना कर लोगों को शिरणी के रूप में तकसीम किया गया।

इसी तरह मोहर्रम खेरादियांन लाइसेंसदार मोहम्मद इकबाल खैरादी नवलखा रोड से चलकर सिपाहियों का बास, भिश्ती गली, गुलजार चौक, गांछों का बास होकर जंगीवाड़ा पहुच कर पलटन के मोहर्रम के लाईसेंसदार मोहम्मद इल्यास कुरैशी साथ होकर पीठ के मोहर्रम व चुड़ीगर मोहर्रम के साथ होकर जंगीवाड़ा चौक, बोम्बे फेल्ट से होकर डागा जी के मकान, दाल मिल होकर पुराना बस स्टैंड, नवलखा रोड जाकिर हुसैन चौक पहुंचे।

जहां दूसरी तरफ जूनी पाली का मोहर्रम लाईसेंसदार मोहम्मद युसूफ पिंजारा सोमनाथ रोड, प्यारा चौक होकर जाकिर हुसैन चौक पहुंचा।

इनके जिम्मे रही मोहर्रम के दौरान व्यवस्था
मुस्लिम समाज व पाली मोहर्रम इंतजामिया कमेटी सदर हकीम भाई ,मुस्लिम समाज सचिव रफीक गोरी, सलाहकार एडवोकेट साबिर खान, मोहम्मद सलीम मिस्कीन, पाली शहर कांग्रेस निर्वतमान अध्य्क्ष हाजी मेहबूब टी, पाली शहर मोहर्रम इंतजामिया कमेटी के सैक्रेटरी मोहम्मद रफीक अब्बासी, तारिक अली चूड़ीगर, राजू नवाब, जावेद सिरोहा, मेहराज अली, अनवर भाई सोजत वाला, अजीज फौजदार, इरफान संजरी, रमजान सामरिया, यूसुफ मोयल, अस्कर कुरेशी, आरीफ रंगरेज़, अकरम अजमेरी, फारूक रंगीला, अकरम शाह, यासीन लोहार, आबिद चढ़वा, फिरोज चितेरा, सलीम अशरफी, शेर मोहम्मद कुरैशी, मकसूद अली, इमरान शेख, गुलाम मुस्तफा, नोशाद खान, राजू रंगरेज, फिरोज चितेरा पार्षद बाबू भाई गौरी, आमीन अली रंगरेज़, तालिब अली, मोइनुद्दीन भाटी, अकरम खिलेरी, आसिफ भाटी, पार्षद प्रतिनिधि मोहसिन खत्री, शहजाद शेख, हाजी इंसाफ सोलंकी सहित मुस्लिम समाज के लोगों ने व्यवस्था में सहयोग किया।

कई जगह बनाया छबिल
पाली शहर के केरिया दरवाजा पर 600 किलो दूध से मिल्क रोज बनाया गया। यासीन नागौरी, आरिफ नागौरी, आमीन नागौरी, हाजी इरफान मोइन, इमरान जोया, शरीफ मोम आदि ने सहयोग रहा। इसी तरह नया गांव पठान कॉलोनी में भी शर्बत का आयोजन पार्षद तालिब अली चुड़िगर ने बताया कि मोहर्रम के मौके पर एक हजार लीटर छबील ( शरबत ) वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर आरीफ खरादी, शाहरुख, फरीद खान, शेखर खान, अयूब, इमरान, सहजाद, प्रिंस, फकरुदीन, रिज़वान, उस्मान, मेहबूब हाड़ा, हारून, हुसैन, बाबू सहित पठान कॉलोनी के समस्त कार्यकर्ता मौजूद रहे।

Related Articles