श्रवण व संतोष तीसरी बार आमने-सामने:कांग्रेस की तीसरी लिस्ट में सुरजगढ़ से श्रवण कुमार, दोनों ही हरा चुके एक दूसरे को
श्रवण व संतोष तीसरी बार आमने-सामने:कांग्रेस की तीसरी लिस्ट में सुरजगढ़ से श्रवण कुमार, दोनों ही हरा चुके एक दूसरे को

झुंझुनूं : सूरजगढ़ में कांग्रेस ने फिर श्रवण कुमार पर ही दाव लगाया है। श्रवण कुमार अभी तक पिलानी और सुरजगढ़ से 5 बार विधायक रह चुके है।
भाजपा पहले से संतोष अहलावत को अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। दोनों ही एक-एक बार एक दूसरे को हरा चुके हैं। वर्ष 2008 के चुनाव में श्रवण कुमार जीते व संतोष अहलावत को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2013 में संतोष अहलावत जीती व श्रवण कुमार को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि वर्ष 2014 में संतोष अहलावत सांसद बन गई और उपचुनाव में श्रवण कुमार ने दिगम्बर सिंह को हरा दिया। अब 2023 के चुनाव में तीसरी बार दोनों आमने-सामने होंगे।
श्रवण कुमार पिलानी व सूरजगढ़ से कुल पांच बार विधायक का चुनाव जीत चुके। वहीं संतोष अहलावत एक बार विधायक व एक बार सांसद का चुनाव जीत चुकी है। सूरजगढ़ विधानसभा में अब नजर अन्य पार्टी प्रत्याशियों व निर्दलियों पर भी रहेगी। यहां पर बसपा प्रत्याशी कई बार भाजपा व कांग्रेस का समीकरण बिगड़ चुके हैं सूरजगढ़ जाट बाहुल्य क्षेत्र है लेकिन यादव एससी-एसटी वोट भी खूब है
नहीं बदले चेहरे
कांग्रेस ने अभी तक चार जगह टिकट दिए हैं, लेकिन कहीं भी अपने प्रत्याशी नहीं बदले हैं। मंडावा से रीटा चौधरी, झुंझुनूं से बृजेन्द्र ओला, नवलगढ़ से राजकुमार शर्मा के बाद अब सूरजगढ़ से श्रवण कुमार को प्रत्याशी बनाया है। जबकि भाजपा ने अभी तक उदयपुरवाटी को छोड़कर कहीं भी चेहरा रिपीट नहीं किया है।
पिलानी और खेतड़ी में टिकट का इंतजार
पिलानी और खेतड़ी में अभी तक दोनों ही पार्टियों ने पत्ते नहीं खोले हैं। वहीं उदयपुरवाटी में भाजपा अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी, यहां कांग्रेस की टिकट का इंतजार है।
3,425 जीते थे पूनिया
सूरजगढ़ विधानसभा सीट से 2018 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी। 2018 में भारतीय जनता पार्टी से सुभाष पूनिया ने आईएनसी के श्रवण कुमार को 3,425
वोटों के मार्जिन से हराया था।
सुभाष पूनिया को 79,913 वोट मिले थे। वहीं श्रवण कुमार को 76,488 वोट मिले थे।
इसलिए मिला टिकट
श्रवण कुमार एक अनुभवी और लोकप्रिय नेता है। श्रवण कुमार 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सुभाष पूनिया से चुनाव हार गए थे।
इससे पहले 2013 का विधानसभा चुनाव भी भाजपा की संतोष अहलावत से हार गए थे। संतोष अहलावत को 2014 में एमपी का टिकट दे दिया गया। इसके बाद उपचुनाव में कांग्रेस ने फिर से श्रवण कुमार पर विश्वास जताया और व भाजपा के दिग्गज नेता दिगंबर सिंह को चुनाव हरा कर MLA बन गए।
2018 में चुनाव हारने के बाद उनकी लोकप्रिय तो देखते हुए कांग्रेस ने उन्हें 2019 में झुंझुनू सीट से एमपी का टिकट दिया। हालांकि वह चुनाव हार गए, लेकिन सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में लगातार सक्रिय थे। श्रवण कुमार कांग्रेस के मजबूत दावेदार थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में श्रवण कुमार की अच्छी पकड़ है। इसलिए फिर कांग्रेस ने इन पर विश्वास जताया है।
पार्टी | उम्मीदवार | कुल वोट | मार्जिन |
भाजपा | सुभाष पूनिया | 79,913 | 3,425 |
कांग्रेस | श्रवण कुमार | 76,488 | |
बीएसपी | कर्मवीर यादव | 30,948 | |
आईएनडी | श्रवण कुमार | 722 | |
आईएनडी | श्रवण कुमार | 609 | |
आईएनडी | संदीपकुमार |
552 |