राजसमंद : राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद ही घमासान मच गया। जयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, अलवर, बूंदी और उदयपुर में कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। राजसमंद में बीजेपी कार्यालय में तोड़फोड़ कर दी। चित्तौड़गढ़ में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के घर पर पथराव कर दिया।
राजसमंद से दीप्ति माहेश्वरी को फिर से भाजपा की उम्मीदवार बनाने के विरोध में कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने बाहरी उम्मीदवार को टिकट देने का विरोध किया। उन्होंने स्थानीय प्रत्याशी को टिकट देने की मांग की। कार्यकर्ता कांकरोली रोड पर भाजपा कार्यालय में घुस गए और तोड़फाेड़ कर दी। चुनाव सामग्री को फाड़ दिया। नाराज कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय के बाहर डेरा डाल रखा है। कार्यकर्ताओं ने भाजपा से दावेदारी जताने वाले दिनेश बडाला की पैरवी करते हुए नाराजगी जताई।
आक्या बोले- पार्टी के पास 2 दिन का टाइम
चित्तौड़गढ़ से विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काटे जाने पर कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के खिलाफ लगातार विरोध जताया जा रहा है। रविवार सुबह चित्तौड़गढ़ शहर के मानपुरा चौराहे पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेशाध्यक्ष का पुतला फूंका। प्रदेशाध्यक्ष के मधुवन कॉलोनी के घर पर पत्थर फेंके। गुलशन गार्डन में चन्द्रभान सिंह आक्या ने कहा कि पार्टी के पास दो दिन का समय है। अगर पार्टी ने टिकट नहीं दिया तब भी चुनाव लड़ूंगा।
इधर, कार्यकर्ताओं ने कहा कि चंद्रभान सिंह आक्या के साथ इस तरह की धोखेबाजी करना गलत है। उनका टिकट काटना गलत निर्णय है। चित्तौड़गढ़ से 2 बार के विधायक चंद्रभान सिंह आक्या की जगह चित्तौड़गढ़ में पहले दो बार विधायक रह चुके नरपत सिंह राजवी को टिकट दिया गया है। आक्या ने कहा- भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने पुरानी दुश्मनी का बदला लिया है। उन्होंने अपनी खुन्नस निकाली है।
आक्या ने कहा- वे NSUI में थे और मैं ABVP का कार्यकर्ता था। तभी से उनके और मेरे बीच झगड़ा है। मैं जोशी को मेरी टिकट काटने का धन्यवाद देता हूं। अब जनता ही इसका फैसला करेगी। इधर, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के घर की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई। सीपी जोशी और चंद्रभान सिंह आक्या का घर एक ही कॉलोनी में है।
जयपुर की सांगानेर सीट पर भी विरोध
सांगानेर से विधायक अशोक लाहोटी का टिकट कटने पर रविवार को उनके समर्थकों ने बीजेपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। समर्थकों ने टायर जलाकर उग्र प्रदर्शन किया। समर्थकों का कहना है कि क्षेत्र में किसी भी हाल में बाहरी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बता दें कि सांगानेर विधानसभा सीट से भजनलाल शर्मा को टिकट दिया गया है।
चौमूं विधानसभा सीट से रामलाल शर्मा को टिकट देने का भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉक्टर सरवन बराला विरोध कर रहे हैं। डॉक्टर श्रवण बराला ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
डिप्टी मेयर सिंघवी ने लगाए कटारिया पर आरोप
उदयपुर में भाजपा के ताराचंद जैन को उम्मीदवार बनाने का उदयपुर नगर निगम के डिप्टी मेयर पारस सिंघवी ने विरोध किया है। वे कार्यकर्ताओं के बीच इमोशनल हो गए और कहा कि पार्टी फिर से विचार करें नहीं तो अब आर-पार की लड़ाई लड़नी होगी। पारस ने इस मौके पर असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया को भी निशाने पर लिया और कहा कि वे उदयपुर की राजनीति को दूषित कर रहे हैं।
पारस ने कहा कि पौने चार साल पहले मुझे उदयपुर नगर निगम में उस क्षेत्र से पार्षद का टिकट दिया। जो मेरा कार्यक्षेत्र नहीं था, मैंने पार्टी से कहा कि वहां चुनाव जीतना मुश्किल है। कटारिया ने मुझे कहा मैं भी चुनाव हारा हूं, हार जाएंगे तो क्या फर्क पड़ेगा, पर मैं चुनाव जीत गया। मुझे कुएं में धकेलने का प्रयास किया। लेकिन, जिसके भाग्य में जो लिखा हो वह कोई टाल नहीं सकता।
कोटा दक्षिण में भी बवाल
कोटा दक्षिण से संदीप शर्मा को टिकट दिया गया है। इसके बाद बीजेपी के ही स्थानीय नेता विकास शर्मा के कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। विकास शर्मा के समर्थकों ने तलवंडी चौराहे पर संदीप शर्मा ‘गो बैक’ के नारे लगाए।
अलवर में संजय शर्मा का विरोध, नारे लगाए
अलवर शहर में बीजेपी से संजय शर्मा को टिकट मिलने के बाद लोगों ने होप सर्कस पर विरोध जताया। संजय शर्मा के खिलाफ नारेबाजी की। ओम माथुर के खिलाफ भी नारे लगाए। वैश्य समाज के रूप में इन लोगों ने जिले से एक भी टिकट नहीं मिलने का विरोध जताया। अलवर शहर वैश्य समाज का प्रतिनिधित्व करते हुए यहां से टिकट की मांग थी। पहले दो बार वैश्य समाज से आने वाले बनवारी लाल सिंघल को टिकट दिया गया था। दो बार विधायक बने थे। साल 2018 में उनका टिकट काट कर संजय शर्मा को दिया था। अब दूसरी बार भी संजय शर्मा को टिकट दिया है।
बूंदी में अशोक डोगरा का विरोध
बूंदी में बीजेपी प्रत्याशी अशोक डोगरा का विरोध किया जा रहा है। अशोक डोगरा लगातार बूंदी सीट से जीत रहे हैं। उनका विरोधी खेमा इस बार उनका टिकट कटाने के प्रयास में लगा था। इस बार टिकट की घोषणा होते ही विरोधी ग्रुप ने सड़क पर उतरकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया।
शहर के चौहान गेट पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधायक डोगरा का पुतला फूंका और मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान बीजेपी से बैर नहीं अशोक डोगरा, तेरी खैर नहीं जैसे नारे सुनाई दिए। बता दें कि बूंदी सीट से डोगरा को चौथी बार टिकट मिला है।