गाड़राटा : खेतड़ी उपखंड के गाड़राटा में रविवार को तहसील के प्रथम शौर्य चक्र विजेता शहीद नेत्रभान सिंह का शहादत दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि करणी सेना जिला संयोजक सुरेंद्र सिंह फौजी थे, जबकि अध्यक्षता लक्ष्मण सिंह ने की। कार्यक्रम के दौरान सर्वप्रथम अतिथियों ने शहीद नेत्रभान सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सुरेंद्र सिंह फौजी ने कहा कि खेतड़ी तहसील में ऐसे अनेक योद्धा हुए, जिन्होंने देश के लिए सरहद पर अपने प्राणों को कुर्बान किया। यहां पीढ़ी दर पीढ़ियां ने देश सेवा कर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शहीद नेत्रभान सिंह भारतीय सेना में सेवारत थे। 22 अक्टूबर 1992 को जम्मू एंड कश्मीर में अवंतीपुर में इनामी आतंकवादी गाजी खान और उसके तीन साथियों को ढेर करने के बाद गोली लगने से देश के लिए शहीद हो गए थे।
इसके बाद भारत सरकार की ओर से तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने शहीद नेत्रभान सिंह को शौर्य चक्र से नवाजा था। नेत्रभान सिंह के दादाजी विश्व युद्ध की लड़ाई लड़ी थी और उनके पिताजी हरिकिशन सिंह ने द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लिया था। उनके पिता हरिकिशन सिंह द्वितीय विश्व युद्ध में राजपूताना राइफल में थे और उनके बेटे पृथ्वी सिंह और नेत्रभान सिंह के भतीजे वीरेंद्र सिंह वर्तमान में भारतीय सेना में शामिल होकर देश सेवा कर रहे है।
उन्होंने कहा कि झुंझुनू जिले को वीरों की भूमि के नाम से जाना जाता है। यहां गांव-गांव में सड़कों किनारे लगी शहीदों की प्रतिमा युवाओं को देश सेवा के लिए प्रेरित करती है। शहीद हमारे लिए पूजनीय होते हैं। ऐसे में युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए। इस मौके पर अंकित शर्मा, प्रवीण शेखावत, सरवन सिंह, महिपाल सिंह, महेंद्र सिंह, जितेंद्र शर्मा, रणवीर सिंह, सुरेंद्र सिंह, पृथ्वी सिंह, रतन मास्टर, नरेश सिंह, उमाशंकर, नरेंद्र सिंह सहित अनेक लोग मौजूद थे।