झांझोत गांव में दीवारों पर अपशब्द लिखने का मामला:ग्रामीणों में आक्रोश, आरोपियों पर कार्रवाई की मांग; एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
झांझोत गांव में दीवारों पर अपशब्द लिखने का मामला:ग्रामीणों में आक्रोश, आरोपियों पर कार्रवाई की मांग; एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

झुंझुनूं : झुंझुनूं में झांझोत गांव में देवी-देवताओं के अपमान को लेकर लोगों में आक्रोश है। गुरुवार को बिस्सा दादा मंदिर में सर्व हिन्दू समाज की बैठक हुई। इसमें सर्वसम्मति से एक संघर्ष समिति का गठन किया गया। इस बैठक के बाद विभिन्न हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों ने चिड़ावा उपखंड अधिकारी (एसडीएम) और डीएसपी विकास धींधवाल को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में यह मांग की गई कि इस मामले में दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। लोगों ने प्रशासन को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा- यदि तय समय सीमा में गिरफ्तारी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
ऐसे हुआ विवाद शुरू
झांझोत गांव में 23 मार्च की रात अज्ञात असामाजिक तत्वों ने गांव की दीवारों पर हिन्दू देवी-देवताओं और बिस्सा दादा मंदिर के पुजारी के खिलाफ अपशब्द लिख दिए। अगले दिन सुबह ग्रामीणों ने जब यह देखा तो पूरे गांव में रोष फैल गया। इस घटना के बाद हिन्दू संगठनों और ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मामले को गंभीरता से लेने और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
बिस्सा दादा मंदिर में हुई सर्व हिन्दू समाज की बैठक
इस मामले को लेकर बिस्सा दादा मंदिर में बड़ी बैठक आयोजित की गई। इसमें भाजपा, विश्व हिन्दू परिषद (विहिप), हिन्दू क्रांति सेना और अन्य हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी एवं आसपास के गांवों के प्रमुख लोग शामिल हुए। बैठक में सभी ने एक स्वर में इस घटना की निंदा की और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की।
बैठक में निर्णय लिया गया कि इस घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। इसके लिए संघर्ष समिति का गठन किया गया, जो प्रशासन पर दबाव बनाएगी और आगे की रणनीति तय करेगी।
राजनीतिक और सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रिया
बैठक में भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया ने कहा- भारत की संस्कृति सद्भाव और सौहार्द्र की रही है, लेकिन कुछ असामाजिक तत्व समाज में जहर घोलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस मामले में दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
विश्व हिन्दू परिषद के जिला महामंत्री सुनील सिद्धड़ और हिन्दू क्रांति सेना के प्रदेशाध्यक्ष विकास डूमोली ने कहा कि हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 2 दिन के भीतर दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, दो दिन में गिरफ्तारी की मांग
बैठक के बाद सैकड़ों लोगों का हुजूम चिड़ावा उपखंड अधिकारी (एसडीएम) कार्यालय पहुंचा, जहां उन्होंने ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगें रखीं। ग्रामीणों और संगठनों के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन 48 घंटे में इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता, तो सर्व हिन्दू समाज के नेतृत्व में बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा।
ज्ञापन सौंपे जाने के बाद एसडीएम और डीएसपी ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। डीएसपी विकास धींधवाल ने कहा कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी।
इन्होंने सौंपा ज्ञापन
इस विरोध प्रदर्शन में गिडानिया सरपंच प्रतिनिधि जंगशेर अली, विश्व हिन्दू परिषद के सुनील सिद्धड़, संदीप राव, बजरंग दल जिला संयोजक संदीप जीणी, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष नरेन्द्र गिरधर, हिन्दू क्रांति सेना के यमन वर्मा, गौरव शर्मा, मोहित, कुणाल, अनुज, सोनू, निहाल सिंह, अजीत, सुमित, सुरेन्द्र, गोलू, मनीष, विकास, धर्मेंद्र, शक्ति, प्रदीप, पायल, यादराम, अनिल टोनी खुड़ोत, होशियार सिंह, कुलदीप मेघवाल, श्योपाल पायल, हरी सिंह पायल, कमल धायल, रवि पायल, राम निवास, विजय सिंह, प्यारेलाल स्वामी, सौम्य पायल, उत्तम लाम्बा, हरकेश पचार, संदीप पायल, पवन पायल, कपिल पायल, सूबेदार श्रीचंद, कमलेश जांगिड़, महेन्द्र पायल, विजय पायल, सुमित मान सहित बड़ी संख्या में हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी एवं स्थानीय ग्रामीण शामिल रहे।