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प्रदेशभर से लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी, पहले दिन जुटे हजारों लोग


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झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

प्रदेशभर से लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी, पहले दिन जुटे हजारों लोग

ऑल राजस्थान दीनी तब्लीगी इज्तेमा शुरू : पहले दिन उलेमाओ के बयान, कल मुख्य दुआ में जुटेंगे हजारों लोग

झुंझुनूं : मलसीसर रोड पर खुले मैदान में शनिवार को तीन दिवसीय ऑल राजस्थान दीनी तब्लीगी इज्तेमा शुरू हुआ। पहले दिन इज्तेमा में राजस्थान के अलग-अलग जिलों से हजारों लोग पहुंचे। मरियम मस्जिद के पास कई बीघा में लगे पांडाल में लोगों ने रब का जिक्र अदा किया।

झुंझुनूं के इस प्रदेश स्तरीय तीन दिवसीय दीनी तब्लीगी इज्तेमा में अनुशासन का अनूठा नजारा देखने को मिला। मलसीसर रोड पर मरियम मस्जिद के नजदीक खुले मैदान में हो रहे इस इज्तेमा में रब की रजा के लिए करीब 2 लाख से अधिक लोग पहुंचे हैं। रविवार को भीड़ बढ़ने का अनुमान है।

अनूठा अनुशासन : पुलिस की मदद लिए बिना ही दो लाख से ज्यादा की भीड़ और ट्रेफिक को संभाल रहे 6150 वॉलंटियर

इस आयोजन की सबसे खास बात यह है कि इसमें पुलिस प्रशासन की मदद के बिना लाखों की भीड़ को कंट्रोल करने का जिम्मा कार्यकर्ताओं के पास ही है। ट्रेफिक से लेकर लोगों के ठहरने व भोजन इत्यादि की व्यवस्था खुद ही संभाल रहे हैं। झुंझुनूं में पहली बार हो रहे प्रदेश स्तरीय इज्तेमा में तीन लाख लोगों की भीड़ एक जाजम पर एकत्रित है। इनकी 6150 सेवाभावी लोग खिदमत कर रहे हैं। तीन दिवसीय दीनी तब्लीगी इज्तेमा में पहले ही दिन यहां अनुमान से अधिक लोग पहुंचे। इस कारण पांडाल भी छोटा पड़ गया। शनिवार को रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर इज्तेमा में आने वाले लोगों की भीड़ अधिक नजर आई।

इज्तेमा में आने वाले वाहनों व लोगों की वजह से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बाधित नहीं हो, इसके लिए इज्तेमा कमेटी की ओर से पूरी व्यवस्था की गई है। इसके लिए 700 युवाओं की ट्रैफिक जमात बनाई गई है। इनको विशेष ड्रेस कोड व आईकार्ड दिए गए हैं। ये शहर के प्रमुख रास्तों पर ट्रैफिक व्यवस्था को दिनरात संभाले हुए हैं। शहर के पीपली चौक से लेकर मलसीसर रोड पर इज्तेमा स्थल तक हर जगह ये ट्रैफिक वॉलिएंटर व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने में जुटे हुए हैं। इन्हें इसके लिए ट्रेनिंग भी दी गई।

प्रशासन को नहीं करनी पड़ी मशक्कत:

लाखों लोगों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से कुछ पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। लेकिन स्वयंसेवकों की ओर से सारी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संभाले रहने के कारण पुलिस जवानों को कोई प्रयास नहीं करने पड़े। कोतवाल नारायण सिंह कविया ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कहीं जाम नजर नहीं आया। प्रदेशभर से आ रहे लाखों लोगों को इज्तेमा तक पहुंचने में किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए 700 युवाओं को जिम्मा दिया गया है।

ये युवा शहर के रेलवे स्टेशन, बस डिपो, प्राइवेट बस स्टैंड, गुढ़ा मोड़, मंडावा मोड़, सगीरा सर्किल, पीपली चौक, पीरु सिंह सर्किल, अहिंसा सर्किल, अग्रसेन सर्किल समेत प्रमुख चौराहों पर तैनात किए गए हैं। इनका काम आने वाले लोगों को वाहन मुहैया कराकर उन्हें इज्तेमा स्थल तक पहुंचाने में सहयोग करना है। यानी उनका स्वागत कर उनको रास्ता बता रहे हैं। इसके लिए जगह-जगह पोइंट बनाए गए हैं। यात्रियों को इज्तेमा स्थल पर पहुंचाने के लिए टैंपो, पिकअप, कैंपर और गाड़ियों की निशुल्क व्यवस्था की गई है। उन्हें इन पोइंटों पर चाय, नाश्ता भी कराया जा रहा है। इज्तेमा में कार्यकर्ताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है।

कोई वजू के लिए पानी का इंतजाम कर रहा है तो कोई ट्रैफिक व्यवस्था को संभाल रहा है। कोई मजमे के अंदर सफाई कार्य कर रहा है। कोई चिकित्सकीय जिम्मेदारी संभाल रहा है तो कोई पार्किंग व्यवस्था को संभाले हुए हैं। आने वाले लोगों को सर्दी से बचाने के लिए रजाई गद्दे की व्यवस्था की गई है। कोई चाय, नाश्ते, पानी की सप्लाई को संभाले हुए हैं। यहां दिनरात लोगों को नो लोस नो प्रॉफिट के आधार पर चाय, नाश्ता, भोजन, पीने का पानी व अन्य जरूरत की सेवाएं मुहैया जा रही है। ट्रेन में भी इज्तेमा में आने वाले की संख्या अधिक रही। रविवार को भीड़ बढ़ने की संभावना है। इज्तेमा स्थल पर लोगों के उपचार के इंतजाम भी किए गए हैं। इसके लिए अस्थाई रूप से अस्पताल बनाया गया है। यहां डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ की दिनरात ड्यूटी लगाई है। आईसीयू बनाया गया है। निशुल्क उपचार, जांच व दवा की व्यवस्था की गई है। पांच मेडिकल पोइंट बनाए गए हैं। एंबुलेंस को तैनात किया गया है।

इज्तेमा में आने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए इज्तेमा स्थल पर 175 स्टॉलें लगाई गई हैं। इनमें 25 स्टॉल भोजन की तथा 150 स्टॉलें चाय, नाश्ता, फ्रूट की लगाई गई हैं।

50 टैंकर लगे हुए पानी पिलाने :

इज्तेमा में लोगों को पानी मुहैया कराने के लिए 50 टैंकर लगाए गए हैं। इन टैंकरों से यहां पानी की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही सेवाभावी लोगों की ओर से बोतलबंद पेयजल भी लोगों को दिया जा रहा है।

बनाया अस्थाई अस्पताल, किया इलाज

इज्तेमा में आने वाले लोगों के लिए मैदान में अस्थाई अस्पताल भी बनाया गया। डॉ. मारूफ ने बताया कि अस्पताल में कोटा, जयपुर, अजमेर, झंझुनूं, सीकर व जयपुर के चालीस डॉक्टर व सौ का नर्सिंग स्टाफ लगाया गया। चार बेड का आइसीयू भी बनाया गया। इज्तेमा के दौरान तबीयत खराब होने वाले लोगों का यहां पर इलाज किया जा रहा है।

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