बिट्स पिलानी में ग्रीन टेक्नोलॉजी पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन:भारत-जर्मनी के विशेषज्ञों ने की शिरकत, 32 प्रतिभागियों ने ली कार्यशाला में हिस्सा
बिट्स पिलानी में ग्रीन टेक्नोलॉजी पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन:भारत-जर्मनी के विशेषज्ञों ने की शिरकत, 32 प्रतिभागियों ने ली कार्यशाला में हिस्सा

पिलानी : बिट्स पिलानी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में मंगलवार को ग्रीनर टेक्नोलॉजीज पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (ICGTME-2025) का आयोजन किया गया। सम्मेलन में भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर के प्रोफेसर प्रदीप दत्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। जर्मनी के लीबनिज यूनिवर्सिटी, हनोवर से प्रोफेसर डॉ. इन्ग स्टीफ़न काबेलैक विशेष अतिथि थे।

सीएसआईआर नई दिल्ली, ऑटो डेस्क और व्हर्लपूल द्वारा प्रायोजित इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य हरित प्रौद्योगिकी और स्थिरता के क्षेत्र में योगदान देना था। सम्मेलन के दौरान ‘ग्रीनर टेक्नोलॉजीज एंड सस्टेनेबल असेसमेंट्स’ विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें 32 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
बिट्स पिलानी के पूर्व निदेशक प्रोफेसर सुधीर कुमार बरई ने अपने संबोधन में बताया कि लगभग 7500 बिट्सियन विभिन्न स्टार्टअप के संस्थापक और सह-संस्थापक हैं, जो समाज में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं। उन्होंने हरित प्रौद्योगिकियों के विकास में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
सम्मेलन में डीन प्रशासन प्रोफेसर एनवीएम राव और विभागाध्यक्ष प्रोफेसर श्रीकांत राउट्रॉय सहित कई वरिष्ठ शिक्षाविद मौजूद रहे। कार्यक्रम का समन्वय प्रोफेसर चेन्नु रंगनायकुलु और प्रोफेसर अरुण कुमार जालान ने किया। सीएसआईआर-नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज बैंगलोर ने भी इस आयोजन को अपना समर्थन दिया।