भीमसर मुस्लिम युवा बांट रहा स्वामीजी का संदेश
अब तक राजस्थान में 56,439 युवाओं तक पहुंचाया विवेकानंद का संदेश

झुंझुनूं : युवाओं के आदर्श कहे जाने वाले स्वामी विवेकानंद के विचारों से भीमसर मुस्लिम युवा इस तरह प्रभावित हुआ कि उसने स्वामी विवेकानंद पर पीएचडी ही नहीं की बल्कि उन पर पांच पुस्तकें लिख उनके विचारों को गांव-गांव में युवाओं तक पहुंचाने का लक्ष्य बनाते हुए रोज गांव-ढाणियों में जाकर युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों के बारे में युवाओं को जानकारी दे रहा हैं। भीमसर गांव के रहने वाले शोधकर्ता डॉ. जुल्फिकार स्वामी विवेकानंद के विचारों से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने मुस्लिम होने के बावजूद न केवल स्वामी विवेकानंद पर पीएचडी की बल्कि जीवन भर के लिए उनके विचार अपना लिए हैं। पिछले पांच साल से राष्ट्रीय युवा दिवस पर एक बड़ा लक्ष्य रखते हुए प्रदेशभर में स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं और उनके संदेश को व्यापक बनाने के लिए प्रदेश के स्कूलों, काॅलेजो, शहरों व गांवों में स्वामी विवेकानंद के संदेश लिखे कैलेण्डर नि: शुल्क वितरित कर रहे हैं।
डाॅ. जुल्फिकार ना केवल स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मानते हैं, बल्कि पिछले कई सालों से स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं को जन- जन तक पहुंचाने का काम कर रहे है। राजस्थान में इस बार 10,000 युवाओं को नये वर्ष का स्वामी विवेकानंद कैलेण्डर-2025 नि: शुल्क वितरित किया जा रहा है। जिसमें से अब तक प्रदेश के कई जिलों सहित झुंझुनूं, भीमसर ,जाबासर, नूआं, धन्धूरी, क्यामसर, सहित कई गांवों में अब तक 6439 नि: शुल्क विवेकानंद कैलेण्डर वितरित कर चुके हैं।
इससे पहले भी पांच सालों में दिल्ली सहित प्रदेशभर में अलवर, जयपुर, सीकर, चूरु, हनुमानगढ़ सहित अन्य जिलों के साथ-साथ झुंझुनूं के राजकीय-गैर राजकीय विद्यालयों, वेद विद्यालयों, मदरसों, महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को देने के साथ करीब 35 गांवों में 50,000 विवेकानंद कैलेण्डर नि: शुल्क वितरित कर चुके हैं । उनका लक्ष्य एक लाख युवाओं तक स्वामीजी के संदेश को पहुंचाने का है। 2025 का यह विवेकानंद कैलेण्डर युवाओं को अपनी शक्ति पहचानने और उनको नई ऊर्जा से काम करने के लिए प्रेरित करता है।