चाइनीज मांझे का प्रयोग नहीं करने की ली शपथ:फतेहपुर में मकर संक्रांति पर सादे धागे से पतंगबाजी, विजेताओं को मिला सम्मान
चाइनीज मांझे का प्रयोग नहीं करने की ली शपथ:फतेहपुर में मकर संक्रांति पर सादे धागे से पतंगबाजी, विजेताओं को मिला सम्मान

फतेहपुर : फतेहपुर में मकर संक्रांति के अवसर पर श्री लक्ष्मीनाथ नन्दीशाला की ओर से एक अनूठी पहल की गई। मण्डावा रोड स्थित नन्दीशाला में आयोजित पतंग प्रतियोगिता में युवाओं ने चाइनीज मांझे का विरोध करते हुए सामान्य धागे से पतंगबाजी की और इसके बहिष्कार की शपथ ली।
कार्यक्रम की शुरुआत युवाओं द्वारा नन्दियों को गुड़ खिलाने के साथ हुई। आयोजकों मधुसूदन भिंडा और मोहन धानूका ने बताया कि चाइनीज मांझे से होने वाले नुकसान को देखते हुए यह प्रतियोगिता आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि चाइनीज मांझा न केवल इंसानों बल्कि पशु-पक्षियों के लिए भी खतरनाक है और बिजली की तारों को भी नुकसान पहुंचाता है।
प्रतियोगिता में चार चरणों में पतंगबाजी हुई, जिसमें प्रवीण सोनी ने प्रथम, पिन्टू सैनी ने द्वितीय और ताराचंद ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को नगद पुरस्कार और ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. आरजी शर्मा और विनायक ग्रुप के अध्यक्ष महेश शर्मा की विशेष उपस्थिति रही। इस अवसर पर लीलाधर जांगिड़, रामनिवास सैनी, विनोद महला, शभुप्रसाद पारिक, काशीप्रसाद सैनी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। युवाओं ने शहरवासियों से भी अपील की कि वे पतंग उड़ाने के लिए केवल सामान्य धागे का प्रयोग करें, ताकि किसी की जान को खतरा न हो।