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गायत्री विद्यापीठ संस्कारों की शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी तैयार कर रहा है…


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गायत्री विद्यापीठ संस्कारों की शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी तैयार कर रहा है…

गायत्री विद्यापीठ संस्कारों की शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी तैयार कर रहा है...

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चौबदार

नवलगढ़ : नवलगढ़ कस्बे के स्थानीय मौहल्ला खटीकान स्थित शिक्षा एवं सेवा को समर्पित संस्कारों की जन्मभूमि गायत्री विद्यापीठ उच्च माध्यमिक विद्यालय में आज शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री विद्यापीठ के छात्र निखिल चावला पुत्र एडवोकेट भागीरथ मल चावला का एम.बी.बी.एस. में चयन होने पर निखिल चावला उनके पिता भागीरथ मल चावला को विद्यालय परिवार की ओर से माला, साफा पहनाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। वाइस प्रिंसिपल ज्योति दायमा ने बताया कि इस अवसर पर मुख्य अतिथि व्याख्याता कैलाश सैनी तथा अध्यक्षता प्रधानाचार्य शिक्षाविद कृष्ण कुमार दायमा “गायत्री” ने की।

इस अवसर पर छात्र के पिता एडवोकेट भागीरथ मल चावला ने कहा कि मेरे पुत्र का एम.बी.बी.एस. में चयन होने ओर SMS मेडिकल कॉलेज जयपुर में एडमिशन से क्षेत्र और परिवार का मान बढ़ाया है, गायत्री विद्यापीठ के शिक्षा संस्कार और उनके पुरुषार्थ के कारण आज निखिल को सफलता मिली है, मेरा बड़ा पुत्र अजय चावला भी आपका विद्यार्थी रहा है वो आज सफल इंजीनियर है ,अच्छे पैकेज पर काम कर रहा है उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार दायमा ने गायत्री गुरुकुल के माध्यम से क्षेत्र में शिक्षा का जो बीजारोपण किया था वह गायत्री विद्यापीठ आज वटवृक्ष बन गया है।

इस अवसर पर प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार दायमा ने कहा कि पहले हमारे क्षेत्र में सरकारी नौकरी में बहुत कम लोग हुआ करते थे, डॉक्टर बनना इस क्षेत्र के लिए पहले सपना हुआ करता था लेकिन ,आज गायत्री विद्यापीठ के कारण सैकड़ों लोग सरकारी सेवा में चयन हो रहे हैं, कई डॉक्टर इंजीनियर्स बन रहे है,सैकड़ों युवा सरकारी सेवा में जाकर क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं, इस विद्यालय के माध्यम से समाज सुधार, पर्यावरण संरक्षण, कुरीति उन्मूलन, नशा मुक्ति अभियान तथा छात्र-छात्राओं को कैरियर कोचिंग की शिक्षा भी दी जा रही है। गायत्री विद्यापीठ के पूर्व छात्र निखिल चावला ने कहा कि मेरी शिक्षा गायत्री विद्यापीठ में हुई, मेरा एजुकेशन का बेस गायत्री से बना, यहां के संस्कार और यहां का मोटिवेशन मेरी जिंदगी में बदलाव लाया, गायत्री गुरुकुल में संस्कारों की शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी तैयार कर रहा है तथा स्किल डेवलपमेंट पर भी काम हो रहा है यह सराहनीय कार्य है। मैंने सामान्य परिवार में जन्म लेकर मैंने यह मुकाम हासिल किया है इसके लिए विद्यालय परिवार का आभारी रहूंगा।

इस अवसर पर व्याख्याता रणवीर सिंह राव, राजेश कुमार चौहान, विद्याधर सांखला, सुनील सैनी, चंचल सिंह, पंकज सैनी, कैलाश सैनी, नरेंद्र कुमार सैनी, ओमप्रकाश सैनी, रोहिताश जांगिड़, मनोज शेषमा, अभिषेक शर्मा, अनिल सैनी, संगीता पायल, सपना सैनी, एकता सैनी, खुशबू सैन, नीतू सैनी, सोनू चावला, निक्की सैनी, करिश्मा झाझडिया, प्रिया स्वामी, सुमन ढाका, रिया शर्मा, ज्योति सैनी, अल्केश झाझड़िया, लक्ष्मी घोड़ेला, रिद्धि शर्मा, पूनम सैनी, तनुजा सैनी, फरीन गौरी, ज्योति कुमारी, सुनीता सैनी सहित सैकड़ों अभिभावक विद्यार्थी शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन विजय कुमार दायमा ने किया।

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