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श्रीपुष्कर पशु मेला 2 नवंबर से:60 से ज्यादा देशों के जुटेंगे सैलानी, फ्लाइट-होटलों की बुकिंग शुरू, 9 नवंबर को ध्वजारोहण


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श्रीपुष्कर पशु मेला 2 नवंबर से:60 से ज्यादा देशों के जुटेंगे सैलानी, फ्लाइट-होटलों की बुकिंग शुरू, 9 नवंबर को ध्वजारोहण

श्रीपुष्कर पशु मेला 2 नवंबर से:60 से ज्यादा देशों के जुटेंगे सैलानी, फ्लाइट-होटलों की बुकिंग शुरू, 9 नवंबर को ध्वजारोहण

अजमेर : श्रीपुष्कर पशु मेले को लेकर दुनियाभर के सैलानियों में उत्साह है। 2 नवंबर से शुरू हो रहे मेले के लिए पुष्कर की होटल, होम स्टे और गेस्ट हाउस अभी से बुक होना शुरू हो गए हैं। यूरोपियन सैलानी बड़े होटल-रिसोर्ट बुक करा रहे हैं। टूर एंड ट्रैवल्स कंपनियां मेले को लेकर पैकेज दे रही हैं, जिनमें फ्लाइट बुकिंग से लेकर होटल रिसोर्ट, फूड आदि सब कुछ शामिल हैं।

करीब 15 दिनों के मेले में अमेरिका, यूरोप, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, जापान, कोरिया, यूएई, थाईलैंड, सिंगापुर सहित 60 से ज्यादा देशों के सैलानी रेगिस्तानी जहाज (ऊंट) और घोड़ों के करतब देखने आते हैं। मेले के दौरान ऊंट और घोड़ों की कई प्रतियोगिता होगी। मेले से टूर एंड ट्रैवल्स, स्थानीय बाजार, होटल रिसोर्ट, रेस्तरां, पशुपालकों आदि की करोड़ों की कमाई होती है।

60 से ज्यादा देशों के सैलानी रेगिस्तानी जहाज (ऊंट) और घोड़ों के करतब देखने आते हैं।(फाइल फोटो)
60 से ज्यादा देशों के सैलानी रेगिस्तानी जहाज (ऊंट) और घोड़ों के करतब देखने आते हैं।(फाइल फोटो)

मेले में 12 को विकास और गिर प्रदर्शनी, 17 को समापन

पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील घीया ने बताया- 2 नवंबर कार्तिक शुक्ल एकम से 17 नवंबर मार्गशीष कृष्णदूज तक श्रीपुष्कर पशु मेला होगा। 2 नवंबर को मेला ऑफिस स्थापित होगा। 4 नवंबर को चौकियों की स्थापना होगी। 9 नवंबर को ध्वजारोहण के साथ मेला परवान चढ़ेगा।

इसी दिन सफेद चिट्टी और 10 नवंबर से पशुपालकों का रवना कटना शुरू हो जाएगा। 12 नवंबर को विकास और गिर प्रदर्शनी लगेगी। 9 से 14 नवंबर तक प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 12 से 14 नवंबर तक पशु प्रतियोगिताएं होंगी। 15 नवंबर को पुरस्कार वितरण समारोह होगा। 17 नवंबर को मार्गशीष दूज के साथ मेला समापन होगा।

पर्यटन विभाग ने 70 लाख का बजट मांगा

12 नवंबर से धार्मिक मेला शुरू होगा। इसी दिन एकादशी और पंचतीर्थ स्नान होगा जबकि 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा महास्नान होगा। धार्मिक मेले में देशभर से 13 अखाड़ों के साधु-संत जुटेंगे। देशी सैलानियों का भी सर्वाधिक आगमन इसी दौरान होगा। पर्यटक अधिकारी प्रद्युम्न सिंह ने बताया- पर्यटन विभाग की ओर से मेले में शिल्पग्राम, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद प्रतियोगिताएं होगी।

इसके लिए राज्य सरकार से 70 लाख रुपए का बजट मांगा गया है। मेले के दौरान देशी- विदेशी पर्यटकों के लिए क्रिकेट मैच, फुटबाल, रस्साकसी, सतोलिया और कबड्‌डी मैच का आयोजन होता है। ऊंट-घोड़ों की सजावट, नृत्य आदि की प्रतियोगिता होंगी। सैलानियों के लिए मूंछ, टरबन, दुल्हा-दुल्हन बनो, रंगोली, मांडना जैसी कई प्रतियोगिता भी मेले का हिस्सा होती हैं।

इस बार मेले में बढ़ेगी भागीदारी

हर पांच साल में अमूमन चौथे- पांचवे साल चुनाव होने से पुष्कर पशु मेला आचार संहिता लागू होने से प्रभावित होता है। इस बार नवंबर में होने वाले शहरी निकाय चुनाव टलने से मेले में रौनक रहेगी। पिछले साल विस चुनाव की आचार संहिता के कारण मेले के लिए पर्याप्त बजट नहीं मिल सका था। जनप्रतिनिधियों को भी मेले से दूरी बनानी पड़ी थी। उम्मीद की जा रही है कि इस बार मेले की व्यवस्थाओं के लिए सरकार की ओर से पर्याप्त बजट भी उपलब्ध हो सकेगा।

मेले में बिना किसी रोक-टोक के जनप्रतिनिधि न केवल भाग ले सकेंगे, बल्कि मेले के शुभारंभ व समापन समारोह में शिरकत करने वाले अतिथियों के नाम भी सरकार के स्तर पर तय किए जाएंगे। इस बार मेले की कमान प्रशासनिक अफसरों की बजाय सरकार के हाथों में रहेगी। मेले में सरकार की योजनाओं का भरपूर प्रचार-प्रसार हो सकेगा।

4 दिन का होगा पंचतीर्थ स्नान

चतुर्दशी तिथि क्षय होने के कारण इस बार सरोवर में कार्तिक एकादशी से पूर्णिमा तक होने वाला पंचतीर्थ स्नान चार दिन का होगा। यानी धार्मिक मेला 5 दिन की जगह 4 दिन का ही रहेगा। जबकि पशु मेला 16 दिन का रहेगा। वहीं 9 से 15 यानी 7 दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम, पशु एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं की धूम रहेगी।

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