जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : परम श्रद्धेय संत शिरोमणी पूज्यपाद अग्रपीठाधीश अनन्त विभूषित एवं पूर्व अध्यक्ष राजस्थान संस्कृत अकादमिक डाॅ. राघवाचार्य वेदान्ती के साकेत धाम वासी हो जाने पर राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय चिराणा के वैद्यराज पंडित रामप्रताप शर्मा सभागार मे जानकीनाथ संकीर्तन कर पूज्य महाराज की दिव्य जीवन यात्रा का पावन स्मरण कर सादर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
वैद्य चन्द्रकान्त गौतम ने बताया कि
पूज्य राघवाचार्य जी महाराज ने जानकीनाथ बडा मंदिर रैवासा के माध्यम से आध्यात्म, सनातन धर्म संस्कृति, वेद वेदाड्ग, संस्कृत शिक्षा, गौ सेवा, संत सेवा एवं पीड़ित मानवता के कल्याण के लिए अनेक सेवा प्रकल्प प्रारंभ किये और जीवन भर उन प्रकल्पो को पालित पोषित करते रहे और जीवन के उत्तरार्ध मे भौतिक शरीर की नश्वरता को समझते हुए अग्रदेव द्वाराचार्य पीठ रैवासा की गौरव गरिमा को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए मलूक पीठाधीश्वर श्रद्धेय संत शिरोमणी राजेन्द्र दास महाराज को अग्रदेवाचार्य पीठाधीश्वर रैवासा के पीठाधीश्वर नियुक्त कर विशुद्ध संत परम्परा के स्वर्णिम इतिहास की रचना कर जनता-जनार्दन के हृदय सम्राट बन गए।
पूज्य संत हेमन्त दास महाराज ने अपने प्रवचन मे साकेत वासी पूज्य राघवाचार्य जी महाराज के जीवन दर्शन का विस्तार पूर्वक परिचय करवाया। उन्होने कहा कि पूज्य राघवाचार्य महाराज समाज मे रहते हुए कमल पुष्प की भांति सदैव दिव्य सन्त परम्परा को प्रतिस्थापित किया हम सभी के लिए अनुकरणीय है।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में वीरेन्द्र कुमार झा प्राचार्य राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय चिराणा, शम्भुदयाल शर्मा प्रधानाचार्य राजकीय उपाध्याय संस्कृत विद्यालय चिराणा, सुरभि गुप्ता प्रधानाचार्य राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चिराणा, दिलीप सिंह जी राठौड अध्यक्ष कृष्ण गोपाल गौशाला चिराणा, सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल कोषाध्यक्ष कृष्णगोपाल गौशाला चिराणा, डाॅ. प्रद्युम्न जी गौतम प्रबंधक श्री महावीर आयुर्वेद औषधालय चिराणा, दामोदर शर्मा प्राध्यापक, इन्द्रचन्द्र शर्मा प्राध्यापक, अनीता महरिया प्राध्यापक, अंकित शर्मा प्राध्यापक, ख्यालिराम सैनी प्राध्यापक, बाबूलाल सैनी, श्याम लाल, कौशल्या यादव, मोतीलाल सैनी, संतोष कुमार शर्मा, हरि सिंह रायल, पंकज जांगिड, महावीर प्रसाद सैनी, मनोज जांगिड, पूजा कंवर शेखावत, औम प्रकाश मीणा छात्र एवं छात्रओ ने सभागार मे उपस्थित रहकर पूज्य राघवाचार्य महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की।