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फोन-पे से 4करोड़ की ठगी के 2 बदमाश गिरफ्तार:पे-बैक मैकेनिज्म का दुरूपयोग कर दोनों बदमाशों ने की वारदात,जयपुर कमिश्नरेट की साइबर थाना पुलिस ने पकड़े


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फोन-पे से 4करोड़ की ठगी के 2 बदमाश गिरफ्तार:पे-बैक मैकेनिज्म का दुरूपयोग कर दोनों बदमाशों ने की वारदात,जयपुर कमिश्नरेट की साइबर थाना पुलिस ने पकड़े

फोन-पे से 4करोड़ की ठगी के 2 बदमाश गिरफ्तार:पे-बैक मैकेनिज्म का दुरूपयोग कर दोनों बदमाशों ने की वारदात,जयपुर कमिश्नरेट की साइबर थाना पुलिस ने पकड़े

जयपुर : जयपुर कमिश्नरेट की विशेष अपराध एवं साइबर क्राइम थाना पुलिस ने फोन पे के साथ मर्चेन्ट व्यापारी बन कर करीब 4 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों के खातों एवं अन्य दस्तावेजों की जांच कर रही है। पुलिस को दोनों के पास से 4 लाख रुपए नकद, 70 डेबिट व क्रेडिट कार्ड, 6 मोबाइल फोन, दुकान का किरायनामा, पैनकार्ड व आधार कार्ड मिले जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है।

एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने बताया कि मनराज मीणा निवासी गांव श्रीरामपुरा लालसोट, हाल जगत्पुरा और लेखराज सेहरा निवासी गांव नाहरखोरा, सिकराय मेहंदीपुर बालाजी हाल श्याम विहार कॉलोनी मालवीय को गिरफ्तार किया है। आईओ श्रवण कुमार ने बताया कि 27 जून को थाने में फोन-पे की ओर से मुकदमा दर्ज कराया था। शिकायत में बताया कि उनके साथ बीते छह महीनों में क्रेडिट व डेबिट कार्ड सर्विस प्रोवाइडर के पे बैक मैकेनिज्म का दुरुपयोग करते हुए 964 कार्ड का उपयोग कर 3,97,28561 रुपए की ठगी कर ली गई। ठगी के लिए 698 पे-बैक की रिपोर्ट पेंडिंग चल रही है। उसके बाद जब फोन- पे को अपने साथ ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

दोनों शातिर ठग इस तरह से करते थे ठगी-

दोनों बदमाशों ने अपनी कंपनी को एक मर्चेंट खाता फोन पे के साथ ऑनबोर्ड किया। दोनों एक एग्रीगेटर के रूप में काम करते हुए कंपनी का बिजनेस अच्छा चले और उसके ट्रांजेक्शन ना रूके इस के लिए आपसी समझौता हुआ। इसके बाद फोन पे ने ठगों को एक पोश मशीन भी दी थी। ताकी वह ग्राहकों के क्रेडिट व डेबिट कार्ड से पेमेंट स्वीकार कर ले। इस दौरान लोगों के कार्ड से राशि प्राप्त नहीं होने की झूठी शिकायत संबंधित बैंक में देते थे। उसके बाद वह पे-बैक की शिकायत पर फोन पे अपने बिजनेस को चलाने के लिए शिकायत की राशि को पीड़ित के खाते में अपने निजी खाते से ट्रांसफर कर देता था। ताकी बाद में राशि आने पर वह उसे अपने खाते में सीधे ही जमा कर सके। इस का फायदा उठा कर फोन पे के साथ करीब चार करोड़ रुपए की ठगी कर ली।

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