जयपुर : जयपुर में गोनेर रोड पर शनिवार दोपहर को घर में अकेली महिला मंजू शर्मा (45) की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। हत्यारे ने महिला का गला काटने के बाद पेट में 25 वार किए। इसके बाद चेहरे पर भी 17 से अधिक वार किए। पुलिस को घर में लूट के निशान नहीं मिले तो जांच का एंगल रंजिश की तरफ घुमाया। पता चला कि किरायेदार के भांजे शैलू उर्फ दीपू को मंजू घर आने पर टोकती थी। किरायेदारों को उन्होंने मकान खाली करने को भी कहा था। मृतका के पति सतीश शर्मा और देवर खेमचंद ने पुलिस पूछताछ में किरायेदार पर शक जताया। सीसीटीवी फुटेज में किरायेदार का भांजा संदिग्ध हालत में दिखा। पुलिस ने 3 घंटे की छानबीन के बाद आरोपी को पकड़ लिया। जांच जारी है कि वारदात में और कौन-कौन शामिल हैं।
नानी का भी गला दबाया-धक्का मारा, 22 टांके आए
हैरत की बात है कि हत्या के बाद आरोपी ऊपरी मंजिल पर नानी कोकिला के पास गया तो उसने पैंट पर खून लगे होने का कारण पूछा। पहले तो उसने कहा कि सांप आ गया था, उसे मारा है। नानी ने दुबारा पूछा तो उसने नानी का भी गला दबाकर धक्का मार दिया। उसका सिर फट गया, 22 टांके आए हैं।
बेटा घर पहुंचा तो खून से लथपथ मिली मां
मृतका के पति सतीश शर्मा (52) की मच्छ पीपली गोनेर रोड पर हैप्पी बुक डिपो है। वे दुकान संचालन करने के साथ प्रॉपर्टी का कारोबार करते हैं। जेएनयू मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रहा उनका बड़ा बेटा मौसम शर्मा दोपहर 1:20 पर घर पहुंचा तो देखा कि घर में खून फैला हुआ है और बेड के नीचे चद्दर से कुछ ढका हुआ है। उन्होंने चादर हटाकर देखा तो मां मंजू शर्मा को खून से लथपथ पाया।
मौसम चिल्लाया तो पड़ोसी दौड़कर आए। इसके बाद मौसम ने अपने पिता, चाचा और महात्मा गांधी में बी-फार्मा कर रहे छोटे भाई कल्पेश को फोन कर घटना की जानकारी दी। पिता-पुत्र व आसपास के लोग उसी चादर में लपेटकर मंजू को एसएमएस ले गए। अस्पताल में डॉक्टरों ने महिला करीब एक से डेढ़ घंटे पहले ही मौत होना बताया।
3 साल पहले दूसरी मंजिल पर किराए पर रखा था
पति सतीश ने बताया कि 3 साल पहले परिचित के कहने पर राहुका बास दौसा निवासी एक परिवार को घर की दूसरी मंजिल पर किराए पर रखा था। वह प्राइवेट जॉब करता था। उसके परिवार में अन्य लोगों के आने पर पहले भी कहासुनी हुई थी।
महिला का मोबाइल भी साथ ले गया कातिल
महिला का मर्डर जिस कमरे में किया उसके बाहर तक भी खून फैला मिली। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्ध की पहचान पुलिस ने की। हत्या करने के बाद आरोपी महिला का मोबाइल भी अपने साथ ले गया था। हत्या कर वह प्रेम नगर पुलिया के नजदीक अपने कमरे पर पहुंचा। वहां खुद के कपड़े जलाने के बाद उसने महिला का मोबाइल और हत्या के काम लिया चाकू छुपाकर वापस एसएमएस अस्पताल पहुंच गया था। एसएमएस में वह मृतका के परिजनों के साथ ही खड़ा हो गया, ताकि किसी को शक नहीं हो। वारदात के समय किराएदार दंपती के घर पर नहीं होने और हत्याकांड के बाद भी नहीं पहुंचने पर शक की सुई को अटका दिया।
आरोपी सुबह भी आया था फिर वापस चला गया
संदिग्ध आरोपी पहले चेहरा ढककर शनिवार सुबह 10.30 बजे मृतका मंजू के घर आया, लेकिन वापस चला गया। इसके बाद वारदात के इरादे से वह वापस दोपहर 12.30 बजे आया। इसी दौरान घटना कर वहां से अपने किराए के कमरे पर चला गया। दोपहर 12 बजे मंजू शर्मा ने अपने बेटे मौसम से बात की थी। इससे पहले 12 बजे उनके पति सतीश शर्मा भोजन कर वापस अपनी दुकान पर गए थे।
परिजनों ने ही जताया था किरायेदार पर शक
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, जिसमें वारदात जिस प्रकार की गई उसे देखते हुए नजदीकी परिचित के हत्याकांड में होने का शक हुआ। इस पर मृतका के पति सतीश व देवर एडवोकेट खेमचंद से पुलिस ने पूछताछ की तो किराएदार पर शक जाहिर किया। उन्होंने पुलिस को बताया कि किराएदार श्रीकांत निवासी राहुवास-दौसा का भांजा शैलू उर्फ दीपू का उनके घर आना जाना लगा रहता था। उसकी गतिविधियां संदिग्ध होने पर उसे टोकने पर झगड़ा भी होता था।
पुलिस ने जब शैलू के बारे में पता किया तो वह एसएमएस अस्पताल में ही मृतका के परिजनों के साथ मिला। इसके बाद उसे पकड़कर पूछताछ शुरू की गई। घटना के बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। गुस्साए लोगों ने स्थानीय बाजार बंद करवा दिया और हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। पुलिस ने गुस्साए लोगों को शांत करवाया।