189 वें दिन भी धरना जारी : कैसे करें किसानी कैसे हो गुजरा टैंकरों से पानी,पांच दिन चले कैसे हो भूगतान
189 वें दिन भी धरना जारी : कैसे करें किसानी कैसे हो गुजरा टैंकरों से पानी,पांच दिन चले कैसे हो भूगतान

चिड़ावा : चिड़ावा-सिंघाना सड़क मार्ग बस स्टैण्ड लालचौक पर नहर की मांग किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले किसान माईलाल तानाण कलगांव की अध्यक्षता में आज 189 वें दिन भी जारी रहा । धरने पर आ रहे किसानों का कहना है कि सरकार को हमें नहर देना चाहिए।जिससे हम किसानी, बागवानी, और हर तरीके की खेती कर सकें, रूपया टका हाथ में आऐ तो कैसे आऐ क्या करें।हमारा जीवन का गुजारा कैसे चले बच्चों का भरण पोषण हो उनको मजबूत शिक्षा नागरिक सम्मान भारतीय संविधान के अनुसार जीवनयापन का अधिकार मिले तो कैसे मिले यदि नहर नहीं है हमारा जीवन बचाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है । हमारी मूलभूत सुविधाएं शिक्षा, रोजगार, विवाह शादी सब ध्वस्त होने वाला है अगले साल हमारी शेखावाटी जिसका पूरी दुनिया में अलग मुकाम है, शाख है, डंका बजता है, वो तो खत्म होने के नजदीक आने वाला है ।और ये धरा बंजर, उसर व उजड़ कर 250×250 किलमीटर का क्षेत्र विरान होने में ज्यादा समय नहीं है बस छः बारह महीने ही लगेगा। ऐसे में सरकार सोचती हो काम चल पडेगा तो नहीं ।
अभितक जनता भी सोचती है कि नहर लालचौक पर धरना अखबार बाजी करने से मिल जाऐगी और ये काम तो किसान सभा और ये कामरेड लोगों का है कर रहे हैं हम तो केवल एसी कमरों में व होटलों बैठकर ड्यू,मरिण्डा, पेप्सी पीते रहें हमें क्या करना है यही सोचकर इधर-उधर आपा -धापी में भागते फिरते रहो पानी लेना, नहर लेना, सरकार, नेता या स्वर्ग से उतरकर कोई सचमुच में भागीरथ आऐगा तो बैठे रहो सरदारों! तुम्हारे भविष्य का भगवान ही मालिक है। वरना जिनको पीड़ा है और अच्छी सोच है वो तो आही रहें हैं जैसे आज धरने पर बाप -बेटी पधारे सुनील व प्रियंका किढवाना ने आप बीती परेशानी से रुबरु करवाया और उनके वक्तव्य में पूछने पर साफ -साफ झलक रहा है किस कदर जीवन से जूझते हुए रोजी रोटी और शिक्षा का काम चला रहे हैं । उनका कहना है कि हलख सूखते जा रहे हैं कि भविष्य में क्या करें, किधर जाएंगे, क्या काम करें कि घर चले । शिक्षा तो बाद की बात है पहले भूख व प्यास तो मिटाने का जुगाड बैठे तो चैन मिले अतः उन्होंने ने भी सरकार से नहर की विनम्र गुहार लगाई है।आम जन से कहा कि धरने में पहुंच कर किसानों का साथ दें, वरना अपने आपको उच्च घराना, उच्च शिक्षित व उच्चाधिकारियों, व्यापारियों की श्रेणी में अपने आप को समझने वाले उन महानुभावों से भी मेरा निवेदन है कि तुम सोचते हो कि मैं धरने पर, सड़क पर बैठुंगा, मेरा रिश्तेदार, दोस्तों में मेरी क्या इज्जत रह जाऐगी ऐसा सोचने वालों को हिदायत है कि बहुत हीं जल्दी नानी याद आऐगी और आना पड़ेगा ।
धरने पर आज जिला उपाध्यक्ष बजरंग बराला, तहसील अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, नहर आन्दोलन प्रवक्ता विजेन्द्र शास्त्री, महिला विंग कमांडर सुनिता, रणधीर औला, ताराचंद तानाण, सुनिता बेनिवाल तानाण, जयसिंह हलवाई, कैप्टन रामकरण, भोलाराम सैनी, नौजवान सभा के जयन्त चौधरी, सौरभ सैनी, करण कटारिया, अमित योगी, अनुप वर्मा, चन्द्रावली, राजेश, मोनिका, किरणा, नजमा, दाखां देवी , सुमित्रा, नानी देवी, प्रियंका, सत्तुभाई, सीताराम योगी, सुनील तानाण, हवासिंह कलगांव, शंकर यादव, धर्मवीर, सतवीर चाहर आदि उपस्थित रहे।