महिलाओं को कुपोषण के दुष्प्रभाव की जानकारी दी व खान-पान से इससे बचने के उपाय भी बताए
नीमकाथाना में 260 आंगनबाड़ी केंद्रों पर मनाया जन स्वास्थ्य संदेश दिवस

नीमकाथाना : राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत सामुदायिक उत्सव के रूप में नीमकाथाना ब्लॉक के 260 आंगनबाड़ी केंद्रों पर जनस्वास्थ्य संदेश दिवस मनाया गया। इसमें समुदाय आधारित गतिविधियां करवाई गई। आयोजन में गर्भवती व धात्री महिलाएं, किशोरी बालिकाएं, स्वयं सहायता समूह व महिला मंडल से जुड़ी पदाधिकारी शामिल हुई।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उत्सव के दौरान सार्वजनिक स्वच्छता का संदेश दिया। संभागियों को हाथ धोना, स्वच्छ पेयजल, पौष्टिक और संतुलित भोजन, प्रसव पूर्व जांच की आवश्यकता, गर्भावस्था के दौरान आयरन की बोली लेने की उपयोगिता, गर्भावस्था के दौरान वजन का नियमिति तौर पर बढ़ाना, वृद्धि की नियमित निगरानी, पूरक पोषाहार के बारे में जानकारी दी गई। चला-सी व बंधावाला केंद्र पर महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक संजय चेतानी मुख्य अतिथि के रूप में उत्सव में शामिल हुए। उन्होंने लोगों को कुपोषण और उसके दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कुपोषण के कारण भारत में बड़ी संख्या में कम वजन के बच्चों का जन्म होना, बच्चों की उम्र की तुलना में नाटापन होना भी कुपोषण का कारण है।
चेतानी ने कहा कि कुपोषण से देश में 57% महिलाएं खून की कमी या एनीमिया से ग्रसित है। 10 से 20% कुपोषित बच्चों की ढाई वर्ष की आयु तक मृत्यु हो जाती है। कुपोषण के दुष्चक्र को खान-पान की आदतों में बदलाव कर आसानी से रोका जा सकता है। बाजरे के प्रयोग से आयरन की कमी दूर हो सकती है। पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, चौलाई, बथुआ मेथी, मूली, सरसों का प्रयास किया जाए। भूने हुए चने, मूंगफली, तिल का प्रयोग आयरन कैल्शियम तथा प्रोटीन की पूर्ति में विशेष सहायक होता है। भोजन को लोहे की कढ़ाई आिद में पकाया जाना चाहिए।
इससे भोजन में आयरन की मात्रा बढ़ती है। प्रतिदिन भोजन में विटामिन-सी के लिए नींबू, संतरा व आंवला आदि का उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए। महिला पर्यवेक्षक कमला ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना, इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना एवं मुफ्त सेनेटरी नैपकिन की उड़ान योजना के सबंध में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। राष्ट्रीय पोषण मिशन के ब्लॉक कॉर्डिनेटर अंशुल श्रीवास्तव ने योजना के उदेश्यों के बारे में बताया। अभियान में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।