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ओवरलोड डंफरों से शिमला – मेहाड़ा सड़क का मिट गया नामोनिशान


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ओवरलोड डंफरों से शिमला – मेहाड़ा सड़क का मिट गया नामोनिशान

जनता हो रही परेशान अधिकारी नहीं दे रहे है कोई ध्यान

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अनिल शर्मा 

शिमला : शिमला से मेहाड़ा तक सड़क का निर्माण करीब 3 वर्ष पूर्व करवाया था. जिसका ओवरलोड डमफरो के कारण नामोनिशान ही मिट गया है। विभाग की लापरवाही से गारंटी पीरियड में सड़क होने पर भी उसकी एक बार भी मरम्मत नहीं की गई है. गोरीर से मोडी तक तो सड़क का बहुत ही बुरा हाल है. सड़क को देखकर समझ नहीं आता की कभी यहां सड़क भी थी क्या। सड़क में एक दो दो फीट गहरे खड़े हो गए हैं. तथा राहगीरों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।

इस सड़क पर चलना मौत को निमंत्रण देने से कम नहीं है बरसात के समय अनेक लोग दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं. क्योंकि दो दो फीट गहरे खड़े पानी से भरे हुए थे. जिसके कारण कोई भी अंदाजा नहीं लगा सकता इस सड़क में कितने गहरे खड़े हैं. सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. जिसके कारण सड़क का हाल बेहाल हो रहा है. क्षेत्र की जनता परेशान हो रही है और अधिकारी ठेकेदारों से मिलीभगत कर मौज ले रहे हैं। यही नहीं विभाग द्वारा शिमला से भाखरी तथा ठाठवाडी से हसनपुर सड़क का निर्माण 9 माह पूर्व ही करवाया गया था जिसमें भी काफी घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है. जिसके कारण वह सड़क भी पूरी तरह बनने से पहले ही बिखरने लग गई है ग्रामीणों ने इन दोनों सड़कों की जांच करवाने की मांग की है। विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के कारण इसमें ठेकेदार ने 50 प्रतिशत राशि का भी सामान नहीं लगाया तथा 50 प्रतिशत राशि डकार गए. जिसके कारण यह सड़क बनने से पहले ही बिखर गई यही नहीं शिमला भाखरी सड़क का तो अभी तक काम भी पूरा भी नहीं किया गया है।

इन सड़कों के दोनों साइड में पगडंडियों का निर्माण भी नहीं करवाया गया है. ठेकेदार पगडंडी की पूरी राशि ही हजम कर गया। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री के शिकायत पोर्टल पर व उच्च अधिकारियों को की है। तथा इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाने तथा सड़कों का निर्माण पुनः करवाने की मांग की है. तथा शिमला मेहाड़ा सड़क का भी शीघ्र निर्माण करवाने की मांग की है। क्षेत्रवासियों का कहना है यदि शीघ्र ही शिमला मेहाड़ा सड़क का निर्माण नहीं करवाया गया तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा।

इस सड़क का कुल दीपक कॉलेज शिमला के सामने तो पूरी तरह से नामोनिशान मिट गया है यही नहीं रवा ग्राम के प्रवेश पर भी सड़क का पूरी तरह नामो निशान मिट गया है तथा बड़े-बड़े खड्डो में तब्दील हो गई है। 6 माह पूर्व तत्कालीन XEN प्रहलाद सिंह ने इस सड़क के पेच रिपेयर के आदेश भी ठेकेदारों को दिए थे लेकिन ठेकेदारों ने वह पेच रिपेयर आज तक नहीं किया। जिसके कारण सड़क के हाल बद से बदतर होते जा रहे है।

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