दादी और 2 बच्चों को जहरीला पदार्थ खिलाकर दी मौत:पत्नी के चरित्र पर शक के चलते किया मर्डर, आरोपी फार्मासिस्ट गिरफ्तार
सादुलपुर क्षेत्र के भैंसली गांव में तीन महीनों में तीन मौत और रोज लगती रहस्यमयी आग के मामले का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया।

चूरू : पत्नी के चरित्र पर शक के चलते दादी और दो बच्चों को जहरीला पदार्थ खिलाकर मौत की नींद सुला दिया। मामले का खुलासा नहीं हो इसके लिए घर में रखे सामान और कपड़ों में सोडियम कम्पाउंड का छिड़काव कर दिया। कुछ समय बाद लगने वाली आग को उसने रहस्यमयी आग बताकर लोगों को आश्चर्य में डाल दिया। मामला चूरू जिले के हमीरवास थाना के गांव भैंसली का है। पुलिस ने मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए आरोपी फार्मासिस्ट को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी जय यादव ने ट्रिपल मर्डर का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी फार्मासिस्ट भूप सिंह (32) पत्नी के चरित्र पर शक होने और दोनों बच्चे खुद के नहीं होने की बात कहकर दोनों बच्चों सहित दादी की जहरीला पदार्थ खिलाकर मर्डर कर दिया। वहीं, मामले का खुलासा नहीं हो इसके लिए उसने सोडियम कम्पाउंड का खुद के घर में रखे सामान और कपड़ों में छिड़काव कर दिया। कुछ समय बाद लगने वाली आग को उसने रहस्यमयी आग बताकर लोगों को आश्चर्य में डाल दिया।
एसपी ने बताया कि आरोपी भूप सिंह ने जीएनएम कर रखा और उसने गांव में खुद की मेडिकल की दुकान कर रखी है। वह थोक में दवाओं की सप्लाई करता है। भूपसिंह को यह लगता था कि उसके बेटा अनुराग (8) और गर्विंत (4) उसकी औलाद नहीं है। वह अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था। इसके लिए दोनों बच्चों सहित अपनी दादी किस्तूरी देवी (82) का भी मर्डर कर दिया। पुलिस ने आरोपी भूपसिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
दादी की खांसी की दवाई में मिलाया जहर
एसपी जय यादव ने बताया कि शातिर भूप सिंह ने सबसे पहले अपनी दादी किस्तूरी देवी को रास्ते से हटाया। उसने दादी की खांसी की दवाई में 31 जनवरी को जहर मिला दिया, जिससे किस्तूरी देवी के खांसी की दवाई लेने क बाद उल्टी हुई। इसके साथ ही उसकी मौत हो गई। उसने मां का अंतिम संस्कार कर दिया। भूपसिंह के बेटे अनुराग और गर्वित उसकी दादी के पास ज्यादा रहते थे। इसलिए उसने सबसे पहले दादी को रास्ते से हटाया। इसके बाद 28 फरवरी को उसने अनुराग को खाने पीने के चीज में जहर दे दिया। जहरीला पदार्थ खाने के बाद अनुराग को भी उल्टी हुई, जिससे उसकी भी मौत हो गई। परिवार और गांव के लोग इस घटना को लेकर सख्ते में आ गए। इसके बाद 13 फरवरी को भूप सिंह ने अपने छोटे बेटे गर्वित को भी जहरीला पदार्थ खिला दिया, जिससे उसकी भी मौत हो गई। एसपी ने बताया कि भूप सिंह ने गर्वित के शव का दाह संस्कार नहीं कर उसे जमीन में दफना दिया।
सहानुभूति लेने के लिए खेला रहस्यमयी आग लगने का खेल
एसपी जय यादव ने बताया कि तीन मर्डर करने के बाद शातिर भूप सिंह ने एक खेल रचा। उसने लोगों की सहानुभूति लेने और तीनों ट्रिपल मर्डर को दबाने का प्रयास किया। उसने खुद के घर में अलग-अलग जगह खुद ही सोडियम का छिड़काव कर दिया। जो की कुछ समय बाद अपने आप जलने लग जाता है। इस तरह खुद की लगाई आग को उसने रहस्यमयी आग बताया। जिसको गांव के लोगों ने जादू टोना और रहस्यपूर्ण आग मान लिया। मामले की जांच करने पहुंची पुलिस टीम पर भी उसने गांव के लोगों के सहयोग से हमला करवा दिया।
विसरा रिपोर्ट आने के बाद बढ़ा शक
एसपी ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच करते हुए कोर्ट से आदेश लेकर चार वर्षीय गर्वित के दफनाए शव को बाहर निकलवाया। उसका मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया। जिसकी विसरा रिपोर्ट आने के बाद मामला साफ हो गया। विसरा रिपोर्ट में आया कि गर्वित की मौत जहरीले पदार्थ से हुई है। तब पुलिस का शक भूपसिंह की ओर बढ़ गया। पुलिस ने भूपसिंह को पूछताछ के लिए राउंड अप किया। उसने उसने अपना सारा गुनाह कबूल कर लिया।
पत्नी और दादा भी थे टारगेट पर
पुलिस पूछताछ में भूप सिंह ने बताया कि उसका अगला टारगेट पत्नी मेनका (28) और दादा हरि सिंह (85) थे। दादा को मारने के लिए उसने दूध में जहरीली दवा मिला दी। मगर दादा को दूध कड़वा लगने पर उसने दूध नहीं पीया। इसी प्रकार पत्नी को भी एक दो बार खाने-पीने की चीज में जहर दिया। उसको कड़वा लगने पर उसने नहीं पीया। आरोपी के पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी।
इस टीम ने किया अहम कार्य
एसपी जय यादव ने बताया कि मामले के खुलासे को लेकर आईपीएस प्रशांत किरण की अगुवाई में हमीरवास थानाधिकारी मदनलाल विश्नोई, एसआई फरमान, कॉन्स्टेबल दिनेश, रवि, सवित की टीम ने मिलकर कड़ी से कड़ी को जोड़कर मामले का खुलासा कर दिया। वहीं, इस मामले के खुलासे में कॉन्स्टेबल दिनेश और रवि ने अहम भूमिका निभाई है।