पथरी के ऑपरेशन से महिला की मौत का मामला:गुस्साए लोगों ने अस्पताल में की तोड़-फोड़, मांगों पर सहमति बनने के बाद मामला हुआ शांत
पथरी के ऑपरेशन से महिला की मौत का मामला:गुस्साए लोगों ने अस्पताल में की तोड़-फोड़, मांगों पर सहमति बनने के बाद मामला हुआ शांत

पिलानी : पथरी के ऑपरेशन के बाद गुर्जरों की ढाणी झेरली निवासी मंजू देवी की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने शुक्रवार को अस्पताल में तोड़-फोड़ कर दी। वार्ता में सहमति बनने के बाद लोगों ने धरना प्रदर्शन वापस ले लिया है। जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मृतका के परिजनों के साथ हुई वार्ता में मुख्य मांगों पर सहमति बनने के बाद धरना समाप्ति की घोषणा की गई।

दिन भर चले तनावपूर्ण घटनाक्रम के बाद जिला प्रशासन ने बिरला सार्वजनिक अस्पताल परिसर में चल रहे धरने को समाप्त करवाने के लिए प्रयास तेज कर दिए थे। कई दौर की वार्ता के बाद जनप्रतिनिधियों की मध्यस्थता से पीड़ित परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में आखिरकार मांगों पर सहमति बनी और देर शाम धरना वापस ले लिया गया।

वार्ता के बाद सादुलपुर की पूर्व विधायक कमला कस्वां ने धरना स्थल पर आकर बताया कि मृतका के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। उसके 6 वर्षीय बेटे के भरण पोषण के लिए सभी जन प्रतिनिधि एकजुट होकर प्रयास करेंगे और उचित व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा दोषी डॉक्टर के खिलाफ निष्पक्ष कानूनी जांच करवाने और मेडिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत अस्पताल को दी जा रही समस्त सुविधाओं को जांच के बाद तुरन्त निरस्त किए जाने पर भी सहमति बनी है। अस्पताल की सुविधाओं को निरस्त किए जाने की जानकारी वार्ता में मौजूद रहे सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने दी। समझौते पर सहमति के बाद मृतका मंजू देवी के शव को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम के लिए एम्बुलेंस से बीडीके अस्पताल के लिए रवाना किया गया।

इससे पहले 2 दिन से अस्पताल परिसर में ही धरना दे रहे लोगों से बात करने के लिए अस्पताल की ओर से अब तक कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा। जिससे गुस्साए परिजनों और आंदोलनरत ग्रामीणों ने शामिल महिलाओं ने अस्पताल में घुस कर तोड़-फोड़ कर दी, जिसके बाद वहां मौजूद मरीजों और स्टाफ में अफरा तफरी फैल गई। बाद में किसी तरह समझा-बुझा कर उन्हें बाहर लाया गया।