इंदिरा रसोई में थालियों की संख्या घटी:अब 200 लोग ही दिनभर में कर सकेंगे भोजन; 100-100 टोकन निर्धारित किए
इंदिरा रसोई में थालियों की संख्या घटी:अब 200 लोग ही दिनभर में कर सकेंगे भोजन; 100-100 टोकन निर्धारित किए

झुंझुनूं : प्रदेश की नई सरकार ने इंदिरा रसोई में भोजन की थाली की सीमा तय कर दी है। अब 200 ही लोग भोजन कर सकेंगे। कांग्रेस सरकार में 350 थाली की सीमा था। पहले जहां शहर में प्रतिदिन करीब 3 हजार लोग भोजन का लाभ रहे थे, अब झुंझुनूं शहरी क्षेत्र में संचालित 9 इंदिरा रसोई पर 1800 लोग ही भोजन कर सकेंगे।
एक रसोई पर सुबह 100 टोकन व शाम को 100 टोकन निर्धारित कर दिए हैं। रसोई में प्रतिदिन आने वाले लोग देरी से पहुंचते हैं तो उनको समय सीमा बोलकर वापस लौटा दिया था। जिससे वह खाली पेट ही सर्द रात में लौट रहे हैं। झुंझुनूं जिले में वर्तमान में 34 इंदिरा रसोई का संचालन हो रहा है।
शाम और सुबह के टोकन डिसाइड किए
पिछली गहलोत सरकार ने शुरू की इंदिरा रसोई जहां पर गरीबों को दो वक्त की रोटी मिलती थी। वहीं प्रदेश में नई सरकार के आने पर अब भोजन की थाली सीमित कर दी गई। पहले जहां पर इंदिरा रसोई में एक दिन में 350 जरूरतमंद लोग खाना खाकर पेट भरते थे। अब वहीं रसोई पर सिर्फ एक दिन में 200 लोगों को ही खाना मिलेगा।
अब प्रतिदिन बिना खाना खाए ही खाली पेट वापस लौट रहे हैं। शहर में 9 इंदिरा रसोई अलग-अलग स्थानों पर संचालित हो रही हैं। जिसमें सुबह-शाम लोग पहुंचकर खाना खाकर अपना पेट भरते थे। लेकिन भाजपा सरकार ने अब इंदिरा रसोई पर खाना सीमित कर दिया है। एक रसोई पर सुबह 100 टोकन व शाम को 100 टोकन निर्धारित कर दिए हैं।
पहले दाल गायब हुई अब थाली…
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के समय आचार संहिता में जहां पर इंदिरा रसोई संचालकों को बजट नहीं मिलने से पहले थाली में दाल कम पानी ज्यादा हो गया था। वहीं, सरकार बदलते ही थाली ही गायब हो गई हैं। एक थाली में एक सब्जी, दाल, पांच रोटी, अचार आदि खाने को मिलता है। लेकिन अब खाना भी सीमित कर दिया है। जिला परियोजना अधिकारी सुमन ने बताया कि आगे से आदेश मिले हैं। शहर में संचालित इंदिरा रसोई पर अब सुबह-शाम मिलाकर थाली की संख्या 200 कर दी गई है। इंदिरा रसोई संचालकों का जो भुगतान रुका हुआ है, बजट आते ही उन्हें भेज दिया जाएगा।
झुंझुनूं जिले में इंदिरा रसोई पर एक नजर
- जिले में 34 इंदिरा रसोई संचालित।
- झुंझुनूं शहर में 9 इंदिरा रसोई संचालित।
- झुंझुनूं शहर में 1800 लोगों को ही प्रतिदिन खाना मिलेगा।
- झुंझुनूं शहर में पहले प्रतिदिन 3000 लाभार्थी लाभ ले रहे थे।