BSF कॉन्स्टेबल की मौत, हादसा या सुसाइड:सेना ने कहा- आत्महत्या की; परिजन बोले- सर्विस करते राइफल चली
BSF कॉन्स्टेबल की मौत, हादसा या सुसाइड:सेना ने कहा- आत्महत्या की; परिजन बोले- सर्विस करते राइफल चली

झुंझुनूं : झुंझुनूं के भीमसर गांव के बीएसएफ जवान का ड्यूटी के दौरान निधन हो गया। सेना का कहना है कि जवान ने आत्महत्या की है। उधर परिजन इससे इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि राइफल की सर्विस करते वक्त गोली चल गई।
भीमसर गांव के जवान मांगीलाल पंजाब के फिरोजपुर में 155 बटालियन में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थे। करीब डेढ़ महीने पहले ही वे घर पर छुटि्टयां बिताकर ड्यूटी पर गए थे। पार्थिव देह रविवार सुबह गांव पहुंची तो परिजनों ने शहीद का दर्जा देने की मांग करते हुए पार्थिव देह को लेने से इनकार कर दिया।
करीब तीन घंटे वार्ता के बाद फोरेंसिक जांच और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी व 50 लाख के मुआवजे देने की बात पर परिजन पार्थिव देह लेने पर तैयार हुए।
परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए
जवान के बेटे राजेश ने कहा- 29 दिसंबर सुबह जानकारी की मिली थी पिता का निधन हो गया है। हमें न तो पोस्टमॉर्टम के समय बुलाया गया और न ही पार्थिव देह को लाने का रास्ता बताया। सेना के अधिकारी लगातार गुमराह करते रहे। पहले तो बताया कि जवान की पार्थिव देह राजगढ़ थाने पहुंचाई है। इसके बाद कहा गया कि पार्थिव देह झुंझुनूं के मण्डावा मोड़ पहुंचा दी गई है। घर के पास पार्थिव देह पहुंचने पर हमें बताया। हम पार्थिव देह ससम्मान लेकर आते, मगर गुमराह कर पार्थिव देह पहुंचाई गई।
मण्डावा एसडीएम प्रकाश चंदेलिया ने बताया- हमारे पास सेना का लेटर आया जिसमें सुसाइड की बात कही गई है। बाकी फोरेंसिक जांच के बाद ही पता चल पाएगा। इसके बाद ही शहीद का दर्जा दिया जाएगा। बेटे का कहना है कि उनके पिता का राइफल की सर्विस करते समय गोली चलने से निधन हुआ है।
जवान मांगीलाल के तीन बेटी व एक बेटा है। सभी की शादी हो चुकी है। बेटा राजेश नर्सिंग स्टूडेंट है। जवान की पत्नी गृहिणी है।
तिरंगे यात्रा के साथ अंतिम संस्कार
जवान के सम्मान में करीब डेढ़ किलोमीटर तिरंगा यात्रा निकाली गई। गमगीन माहौल में जवान का अंतिम संस्कार किया। जवान के बेटे ने मुखाग्नि दी। बीएसएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।