Crime: चाइनीज मांझे से झूलसी मासूम, धमाके के साथ छत में हुआ छेद, मकान में आई दरारें
राजस्थान के सीकर शहर के वार्ड नंबर एक में पतंग उड़ा रही 9 साल की मासूम निकत चाइनीज मांझा हाइटेंशन लाइन के छूने से बुरी तरह से झुलस गई।

सीकर : राजस्थान के सीकर शहर के वार्ड नंबर एक में पतंग उड़ा रही 9 साल की मासूम निकत चाइनीज मांझा हाइटेंशन लाइन के छूने से बुरी तरह से झुलस गई। 70 प्रतिशत तक झुलसने पर मासूम की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। मासूम को एसके हॉस्पिटल ले जाने पर जयपुर एसएमएस हॉस्पिटल रैफर कर दिया गया। घटना में मकान की छत पर बड़ा हॉल होने के साथ मकान में दरार आ गई है। हादसे से आसपास के दो-तीन मकानों के बिजली उपकरण और फिटिंग पूरी तरह से जल गए हैं। हादसे के बाद भी बिजली प्रसारण निगम निगम के अधिकारियों ने अभी तक कोई खैर-खबर नहीं ली है। जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 12 बजे के फतेहपुर रोड स्थित शिव कॉलोनी में अपनी नानी के पास रह रही बच्ची निकत छत से पतंग उड़ा रही थी। चाइनीज मांझा हाइटेंशन लाइन से टच हुआ तो अचानक तेज धमाका हुआ और बच्ची वहीं गिर गई। बच्ची करंट से बुरी तरह से झुलस गई है। स्थानीय लोगों ने मदद कर बच्ची को निजी वाहन से एसके हॉस्पिटल पहुंचाया। नानी व दोहिती किराए के मकान में रहती है। नानी व बड़ी बहन काम करने गई हुई थी। नानी व बड़ी बहन छोटा-मोटा काम कर घर चलाती हैं। बच्ची के माता रूबीना व पिता पूर्व में ही खत्म हो गए हैं।
हाइटेंशन के नीचे सिर्फ 30 फीट की रोड
शिव कॉलोनी के बीच से 1.32 लाख केवी की हाइटेंशन लाइन गुजर रही है। लाइन के बीच सिर्फ 30 फीट की राेड ही छोड़ी गई है। इस हाइटेंशन लाइन के तारों और मकान के छज्जे के बीच महज करीब 10 फीट की दूरी ही है। बच्ची चाइनीज मांझे से पतंग उड़ा रही थी, मांझा तार के टच होते ही हादसा हो गया।
पहले भी हो चुके हादसे, जा चुकी है जान
पूर्व हज कमेटी सदस्य तौफिक गुरारा ने बताया कि इसी हाइटेंशन लाइन से पहले भी दो हादसे घटित हो चुके हैं। तीन साल पहले शिव कॉलोनी में ही तानजी पीर के 12 व 14 वर्षीय दो दोहितों की हादसे में जान चली गई थी। दोनाें छत पर खड़े थे, करंट आने से झुलस गए थे और इलाज के दौरान मौत हो गई थी। हनुमानगढ़ के एक युवक अमजद मणिहार डिस की छतरी लगा रहे थे, इस दौरान हाइटेंशन लाइन से करंट आने से एक हाथ व गर्दन की ओर से आधा शरीर काम नहीं करता है। बिजली निगम की ओर से अमजद को किसी प्रकार की सहायता नहीं दी गई थी।