Rajsthan CM Race: राजस्थान में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सस्पेंस बरकरार, और करना पड़ सकता है इंतजार
Suspense continues: राजस्थान का मुख्यमंत्री चुनने को लेकर पर्यवेक्षकों के नाम घोषित होने के बावजूद अब तक यह पता नहीं चल पा रहा है कि ये पर्यवेक्षक राजस्थान कब पहुंच रहे हैं? उधर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की कल रात विधायकों के साथ वीडियो कॉलिंग को महत्वपूर्ण बताया जा रहा है।

Suspense continues: राजस्थान में नए मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर दिल्ली से लेकर जयपुर तक गहमा-गहमी का माहौल है। राजस्थान में मुख्यमंत्री पद का नया चेहरा कौन होगा, इसके साथ ही कुछ और सवाल हैं जो राजधानी की चौपालों पर चल रहे हैं।
कब पधारोगे म्हारे देस?
सूत्रों की मानें तो पर्यवेक्षकों के नामों की घोषणा होने के बावजूद उनके जयपुर पहुंचने का खुलासा नहीं हो पा रहा है और इसी के चलते अब भी पसोपेश की स्थिति बनी हुई है। ज्ञात रहे कि शनिवार रात को पार्टी अध्यक्ष ने वीडियो कॉलिंग के जरिए विधायक दल की बैठक ली थी लेकिन उसमें भी केवल विकसित भारत संकल्प यात्रा और आगामी कार्यक्रमों को लेकर ही चर्चा की गई।
राजे की मेल-मुलाकात लगातार जारी
इधर पर्यवेक्षकों के जयपुर पहु्ंचने से पहले एक बार फिर वसुंधरा राजे ने विधायकों से मुलाकात तेज कर दी है। रविवार सवेरे से वे भाजपा विधायकों से मिल रही हैं। विधायक दल की बैठक से पहले विधायकों से मेल-मुलाकात ने राजनीतिक सरगर्मी तेज कर दी है। सूत्रों के अनुसार वसुंधरा आज सुबह से करीब एक दर्जन से ज्यादा विधायकों से मुलाकात कर चुकी हैं।
राजे की राजनीतिक मंत्रणाओं के इस दौर को लोग 24 घंटे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के साथ जोड़कर देख रहे हैं। जिसमें पूर्व सीएम ने मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं होने को लेकर पार्टी में अंदरूनी कलह की बात की थी। हालांकि भाजपा ने भी गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि कांग्रेस को भी मुख्यमंत्री चुनने में 15 दिन का समय लगा था।