Rajasthan Election: होम वोटिंग का प्रथम चरण पूरा, 96.63 प्रतिशत बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने की वोटिंग
Rajasthan Election 2023: प्रदेश में निर्वाचन आयोग की पहल के बाद बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने पहली बार मतदान केंद्र जाने की बजाय घर बैठे मतदान किया। इन पात्र मतदाताओं के घर आंगन में ही पोलिंग बूथ बनाया गया। बता दें कि प्रथम चरण में 96.63 प्रतिशत बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने होम वोटिंग की है। इनमें 96.48 प्रतिशत बुजुर्ग एवं 97.56 प्रतिशत दिव्यांगजनों ने वोटिंग की है।

Rajasthan Election 2023: विधानसभा आम चुनाव 2023 में भारत निर्वाचन आयोग की होम वोटिंग की पहल के प्रति बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं का अभूतपूर्व रुझान देखने को मिल रहा है। होम वोटिंग के प्रथम चरण में प्रदेश भर में इन श्रेणियों के 60,424 मतदाताओं ने घर से मतदान किया है। होम वोटिंग के दौरान अब तक कुल 1220 मतदाता ऐसे रहे, जो विशेष मतदान दलों की विजिट के दौरान घर पर अनुपस्थित रहे। 884 मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है। प्रथम चरण में 96.63 प्रतिशत बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने होम वोटिंग की है। इनमें 96.48 प्रतिशत बुजुर्ग एवं 97.56 प्रतिशत दिव्यांगजनों ने वोटिंग की है।
घर से मतदान करने की सुविधा का लाभ
इधर, मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि विधानसभा आम चुनाव के अंतर्गत प्रदेश में 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ मतदाता तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा का विकल्प दिया गया है। प्रदेश में होम वोटिंग के पहले 5 दिन में 47196 बुजुर्ग तथा 20,161 दिव्यांग एवं रविवार को 1485 बुजुर्ग एवं 286 दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान करने की सुविधा का लाभ लिया।
दूसरी बार करेंगे विजिट
उन्होंने बताया कि पात्र 62,927 मतदाताओं ने विकल्प के तौर पर होम वोटिंग सुविधा के लिए आवेदन किया है। विशेष मतदान दल ऐसे मतदाताओं के घर जाकर पूरी गोपनीयता के साथ डाक मतपत्र के माध्यम से उनका मतदान करवा रहे हैं। पोस्टल बैलेट के माध्यम से पहले चरण में 19 नवंबर तक घर पर ही मतदान करवाया गया। ऐसे मतदाता जो होम वोटिंग के पहले चरण के दौरान घर पर अनुपस्थित थे, उनके लिए 20 और 21 नवंबर को विशेष मतदान दल दूसरी बार विजिट करेंगे। अनिवार्य सेवाओं से जुड़े मतदाताओं के लिए मतदान की तारीखें 19 नवंबर से 21 नवंबर तक हैं।