झुंझुनूं के चारों फाटकों पर बने ओवरब्रिज, शिल्पग्राम का हो विकास
कभी फाटक पर जाम लग रहा है तो कभी अतिक्रमण के कारण परेशानी हो रही है। शिक्षा व चिकित्सा के संस्थानों की संख्या तो बढ़ रही है, लेकिन दोनों ही क्षेत्रों में पड़ौसी सीकर हमसे आगे निकल गया। इसके पीछे कहीं ना कहीं जनप्रतिनिधियों के साथ आमजन की उदासीनता भी रही। राजस्थान पत्रिका ने शहर के लोगों से शहर की समस्या व मुद्दों पर चर्चा की तो उन्होंने कुछ इसी प्रकार से अपनी राय रखी। लोगों ने शहर के विकास के सुझाव भी दिए।

Rajasthan Assembly Elections 2023 : शहर की जनसंख्या बढ़ रही है। उससे भी ज्यादा वाहन बढ़ रहे हैं। गांव को छोड़कर लोग शहरों में आकर बस रहे हैं। लेकिन यहां आकर लोगों को सुकून नहीं मिल रहा। कभी फाटक पर जाम लग रहा है तो कभी अतिक्रमण के कारण परेशानी हो रही है। शिक्षा व चिकित्सा के संस्थानों की संख्या तो बढ़ रही है, लेकिन दोनों ही क्षेत्रों में पड़ौसी सीकर हमसे आगे निकल गया। इसके पीछे कहीं ना कहीं जनप्रतिनिधियों के साथ आमजन की उदासीनता भी रही। राजस्थान पत्रिका ने शहर के लोगों से शहर की समस्या व मुद्दों पर चर्चा की तो उन्होंने कुछ इसी प्रकार से अपनी राय रखी। लोगों ने शहर के विकास के सुझाव भी दिए।
जमीनों का पट्टा बनाने में देरी नहीं होनी चाहिए। मैंने देखा है कइयों को पांच से दस साल तक पट्टे नहीं मिलते। पट्टा बनने पर ही बैंक लोन देता है। पट्टा व लोन मिलने के बाद व्यक्ति उस जमीन पर बिजनेस शुरू करे या घर बनाए इससे शहर की इकोनॉमी डवलप होती है। आवेदन के बाद निधारित समय में हर हाल में पट्टे बनने चाहिए।-मनीष अग्रवाल, सीए
आबूसर में हमारा कृषि विज्ञान केन्द्र है, यहां पर कृषि महाविद्यालय या कृषि का रिसर्च सेंटर खुलना चाहिए। जिले में बाजरा बड़ी मात्रा में होता है, बाजरे का रिसर्च सेंटर या ऐसा संस्थान खुले जिससे बाजरे के उत्पाद बन सके। वर्तमान में मोटे अनाज की मांग ज्यादा है।-दिनेश अग्रवाल, कर सलाहकार