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नीमकाथाना : बालेश्वर कंजर्वेशन रिजर्व की अधिसूचना जारी:नीमकाथाना और पाटन तहसील में आरक्षित वन खंड को किया शामिल, अब आबादी की तरफ रुख नहीं करेंगे लेपर्ड


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नीमकाथाना : बालेश्वर कंजर्वेशन रिजर्व की अधिसूचना जारी:नीमकाथाना और पाटन तहसील में आरक्षित वन खंड को किया शामिल, अब आबादी की तरफ रुख नहीं करेंगे लेपर्ड

बालेश्वर कंजर्वेशन रिजर्व की अधिसूचना जारी:नीमकाथाना और पाटन तहसील में आरक्षित वन खंड को किया शामिल, अब आबादी की तरफ रुख नहीं करेंगे लेपर्ड

नीमकाथाना : नीमकाथाना व पाटन आरक्षित वनखंडों को मिलाकर बालेश्वर संरक्षण आरक्षिति नाम से नया कंजर्वेशन रिजर्व घोषित कर वन विभाग ने अधिसूचना जारी की है। कंजर्वेशन रिजर्व में नीमकाथाना व पाटन तहसील में आरक्षित वन खंड को शामिल किया हैं।

वन विभाग ने गांवडी, गाडराटा, डोकन व पाटन की वन भूमि को शामिल किया गया है। विभाग ने इसे बालेश्वर संरक्षण आरक्षिति का नाम दिया है। इसकी उत्तरी सीमा वनखंड डोकन की उत्तरी सीमा रहेगी। दक्षिणी सीमा वनखंड गांवडी की दक्षिणी सीमा रहेगी। पूर्वी सीमा वनखंड गाडराटा की पूर्वी सीमा रहेगी और पश्चिमी सीमा वनखंड गांवडी के ग्राम गणेश्वर की पश्चिमी सीमा रहेगी। बालेश्वर संरक्षण आरक्षिति क्षेत्र में नीमकाथाना के गांवडी वनखंड की 11778.25 हेक्टेयर भूमि एवं डोकन वनखंड की 730.60 हेक्टेयर भूमि को शामिल किया गया है।

पाटन के गांवडी वन खंड 1523.5 हेक्टेयर, डोकन की 4550.40 हेक्टेयर, पाटन की 825 हेक्टेयर एवं गाडराटा की 2761.75 हेक्टेयर भूमि को शामिल किया गया है। राज्य सरकार ने स्थानीय समुदायों के साथ परामर्श के बाद प्राणी जातीय, वनस्पति भू संरचना सबंधी, नैसर्गिक व प्राणी शास्त्रीय महत्व को ध्यान में रखते हुए संरक्षण आरक्षिति घोषित किया है। बालेश्वर में वन विभाग लेपर्ड कंजर्वेशन रिजर्व के रूप में विकसित करने के लिए लंबे समय से तैयारी कर रहा है। इसको लेकर 2017 में प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया था।

नीमकाथाना में 24435.70 हैक्टेयर व पाटन में 13268 हैक्टेयर में वन क्षेत्र फैला है। पैंथर रिजर्व के लिए आवश्यक जगह व प्राकृतिक वातावरण इस क्षेत्र में है। वन्य जीवों को यहां का वातावरण रास भी आ रहा है। इसी का नतीजा है कि पैंथर के अलावा इस वन क्षेत्र में अन्य प्रजाति के दुर्लभ वन्य जीव मौजूद हैं।

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