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माता-पिता को खिलाता नशे की गोलियां, बेटी से करता रेप:छत पर लगातार 15 दिन तक बनाया शिकार, दोषी को 20 साल जेल


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माता-पिता को खिलाता नशे की गोलियां, बेटी से करता रेप:छत पर लगातार 15 दिन तक बनाया शिकार, दोषी को 20 साल जेल

माता-पिता को खिलाता नशे की गोलियां, बेटी से करता रेप:छत पर लगातार 15 दिन तक बनाया शिकार, दोषी को 20 साल जेल

झुंझुनूं : झुंझुनूं में एक युवक ने नाबालिग लड़की के साथ लगातार 15 दिन तक रेप किया। इससे नाबालिग प्रेग्नेंट हो गई। जिसका विधिक प्रक्रिया अपनाते हुए गर्भपात भी कराया गया। युवक रेप की वारदात को अंजाम देने के लिए खौफनाक तरीका अपनाता था। लड़की के माता-पिता को पहले सब्जी में नशे की गोलियां खिला देता था। इसके बाद जब परिवार के लोग सो जाते तो नाबालिग को छत पर बुलाकर रेप करता। ऐसा उसने लगातार 15 दिन तक किया।

झुंझुनूं की पॉक्सो कोर्ट ने मामले में रेप के दोषी युवक को 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही 1 लाख 31 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना अदा नहीं करने पर दोषी को 3 साल के अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी होगी। झुंझुनूं की पॉक्सो कोर्ट के विशिष्ठ न्यायाधीश इसरार खोखर ने यह फैसला सुनाया।

ढाई साल पुराना है मामला
मामला 8 फरवरी 2023 का है, जब पीड़िता के पिता ने मेहाड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि वह पिछले करीब 7 साल से झुंझुनूं जिले के एक गांव में परिवार के साथ रह रहे है। उनकी बड़ी बेटी 6 फरवरी 2023 को घर से बिना बताए चली गई थी। उन्हें शंकर अहीरवार (25) नाम के लड़के पर शक था कि वह उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। शंकर मध्य प्रदेश के छत्तरपुर जिले के चांदना थाना इलाके के पंचमपुर निवासी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और नाबालिग को दस्तयाब किया। जांच के बाद आरोपी शंकरलाल को गिरफ्तार किया और उसके खिलाफ संबंधित कोर्ट में चालान पेश किया।

कोर्ट में 17 गवाहों के बयान करवाए

कोर्ट में मामले की पैरवी राज्य सरकार की ओर से विशिष्ठ लोक अभियोजक सुरेन्द्र सिंह भाम्बू और परिवादी की ओर से बलवंत सैनी ने की। उन्होंने कोर्ट में 17 गवाहों के बयान करवाए और 53 दस्तावेज पेश किए। लोक अभियोजक भाम्बू ने कोर्ट को बताया कि पीड़िता रेप के कारण प्रेग्नेंट हो गई थी, जिसके बाद विधिक प्रक्रिया अपनाते हुए गर्भपात भी कराया गया।

पीड़िता के घर आता-जाता रहता था लोक अभियोजक भाम्बू ने कोर्ट में बताया, “दोषी शंकरलाल पीड़िता के घर अक्सर आता-जाता रहता था। रेप की वारदात को अंजाम देने के लिए उसने एक खौफनाक तरीका अपनाया। वह पीड़िता के माता-पिता को सब्जी में नशे की गोलियां देता था। जब परिवार के सदस्य सो जाते थे, तब वह पीड़िता को छत पर बुलाकर उसके साथ रेप करता था। आरोपी ने पीड़िता के साथ इस तरह 10-15 दिन तक रेप किया। इसके अलावा, वह पीड़िता को दूसरी जगह भी ले गया, जहां उसने उसके साथ फिर से रेप किया।”

मामा का दोस्त था, साथ काम करता था

शंकरलाल पीड़ित नाबालिग के मामा का दोस्त था और मेहाड़ा में ईंट भट्टे पर मामा के साथ काम करता था। इसलिए घर आना जाना था, इसके बाद जिस घर में पीड़िता रहती थी, उसी घर में कमरा किराए पर ले लिया। पीड़िता के ही मकान में रहने लगा। इस दौरान घर में खाना बनता तो आपस में सब्जी कोई खाने सामान एक्सचेंज कर लेते थे। इसी दौरान वो सब्जी में नशीली गोलियां मिला देता था।

सभी सजाएं साथ भुगतनी होगी

कोर्ट ने मामले पर सभी साक्ष्यों का बारीकी से विश्लेषण किया और आरोपी शंकर को पॉक्सो एक्ट और अन्य विभिन्न धाराओं के तहत दोषी माना। दोषी शंकर को 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई। साथ ही 1 लाख 31 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। कोर्ट ने यह भी आदेश दिया कि आरोपी को सभी सजा साथ-साथ भुगतनी होगी।

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