बारिश से टूटी सड़क बनी दुर्घटना का अड्डा, प्रशासन बेखबर दरगाह तौकीर हसन से लेकर कृषि उपज मंडी के पीछे तक भरा पानी
बारिश से टूटी सड़क बनी दुर्घटना का अड्डा, प्रशासन बेखबर दरगाह तौकीर हसन से लेकर कृषि उपज मंडी के पीछे तक भरा पानी

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जिला मुख्यालय पर वाहन चालकों के लिए पंखा रोड से सैनीक बस्ती की तरफ जाने वाले रास्ते पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है मदरसा तोकीर हसन दरगाह से लेकर कृषि मंडी के पीछे तक बरसात का पानी भरा हुआ है सड़कों पर गहरे गड्ढे होने की वजह से आए दिन बाइक चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं चूरू जिला मुख्यालय की भालेरी रोड़ से हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की ओर जाना खतरे से खाली नहीं है। यहां बारिश के कारण सड़क टूट गई है। यह टूटी हुई सड़क दुर्घटना का अड्डा बन गई है। यहां से आने जाने वाले वाहन चालकों को बहुत परेशानी हो रही है। सड़क पर पड़े गड्ढे वाहन चालकों के जी का जंजाल बने हुए हैं। इस स्थान पर दर्जनों बाइक सवार दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं। दूसरी तरफ प्रशासन इस बात से पूरी तरह बेखबर है।
आसपास के लोगों ने बताया कि प्रशासन को अवगत करवा देने के बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ है। इन गड्ढों को खुद कलेक्टर और एडीएम आते जाते अपनी आंखों से देखते हैं। उनका ऑफिस मात्र 100 मीटर ही दूर है। लोगों ने टूटी हुई सड़क को तुरंत सही करवाने की मांग करते हुए कहा कि यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। प्रशासन को चाहिए कि वह बड़े हादसे का इंतजार करने की बजाय शीघ्र ही सड़क को सही करवाए ताकि लोगों को राहत मिल सके। प्रशासन ने तुरंत उचित कदम नहीं उठाया तो लोगों को मजबूरन धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा। आखिर प्रशासन किस लिए है, जब आमजन की कोई परवाह ही नहीं है तो फिर उन्हें अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। त्याग पत्र देकर घर चले जाना चाहिए। इस प्रकार आँखें बंद करके बैठ जाना मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना है। बाढ़ नियंत्रण के नाम पर लाखों रुपयों का बजट ठिकाने लगा चुके बताए। जबकि वास्तव में देखें तो ये गढ्ढे दिखाई देते हैं। संबंधितों को अपनी छाती पर हाथ रखकर सोचना चाहिए। आमजन जाए तो कहां जाए, जनप्रतिनिधि भी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। क्योंकि उन्हें तो सिर्फ वोट चाहिए, जनता चाहे भाड़ में जाए। वे तो चुनाव के समय भाषण देने आ जाएंगे।