[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

सीकर में मास्टर प्लान 2041 के खिलाफ महापंचायत:किसान बोले- जान दे देंगे, जमीन नहीं देंगे; 10 अगस्त को होगी विशाल रैली


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
टॉप न्यूज़राजस्थानराज्यसीकर

सीकर में मास्टर प्लान 2041 के खिलाफ महापंचायत:किसान बोले- जान दे देंगे, जमीन नहीं देंगे; 10 अगस्त को होगी विशाल रैली

सीकर में मास्टर प्लान 2041 के खिलाफ महापंचायत:किसान बोले- जान दे देंगे, जमीन नहीं देंगे; 10 अगस्त को होगी विशाल रैली

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नैना शेखावत

सीकर : सीकर के मास्टर प्लान 2041 के विरोध में रविवार को जाट बोर्डिंग हाउस के रणमल सिंह किसान आडिटोरियम में विशाल महापंचायत का आयोजन हुआ। विजेंद्र सिंह डोरवाल, कटराथल की अध्यक्षता में हुई इस महापंचायत में किसानों ने एकजुट होकर मास्टर प्लान को रद्द करने और आपत्तियों की समय-सीमा बढ़ाने की मांग उठाई।

मास्टर प्लान के विरोध में सीकर में एकजुट हुए लोग।
मास्टर प्लान के विरोध में सीकर में एकजुट हुए लोग।

महापंचायत में गणेश बेरवाल किरडोली और एडवोकेट सूरज भान जाखड़ ने मास्टर प्लान के जनविरोधी तथ्यों को उजागर करते हुए कहा कि यह प्लान जनहित में नहीं, बल्कि कुछ चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाया गया है। उन्होंने बताया कि बिना भौतिक सर्वे के पुराने मास्टर प्लानों में मनमर्जी से बदलाव किए गए हैं। पुरानी सड़कों और रास्तों को नजरअंदाज कर अनावश्यक 100, 200 और 400 फीट चौड़ी सड़कों का प्रस्ताव शामिल किया गया है। बसी-बसाई खेती, आवासीय और व्यावसायिक जमीनों को अन्य सुविधाओं के लिए चिह्नित करना सदियों से बसे लोगों के साथ अन्याय है।

महापंचायत में सर्वसम्मति से मास्टर प्लान को रद्द करने और आपत्तियों की समय-सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव पारित हुआ। इसके साथ ही सभी प्रभावित गांवों और कॉलोनियों में ‘खेती-किसानी और जमीन बचाओ’ आंदोलन के लिए संघर्ष समितियां गठित करने का निर्णय लिया गया। आंदोलन को और तेज करने के लिए 10 अगस्त 2025 को सीकर में विशाल आमसभा और रैली निकालने की घोषणा की गई।

रामेश्वर बगड़िया, जयंत खीचड़, प्रभुदयाल ओला, विमला देवी, जयश्री, महेंद्र डोरवाल, विजय ढाका, बलदेव सैनी, महावीर प्रसाद सैनी और विष्णु सैनी सहित कई वक्ताओं ने मास्टर प्लान को किसान और जनविरोधी करार देते हुए सामूहिक विरोध का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह प्लान जनता की जमीन छीनने की साजिश है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

महापंचायत में हरिराम मील, राजेंद्र डोरवाल, दिनेश सिंह जाखड़, जसवीर सिंह चौधरी, किशोर जी खीचड़, सुरेश थालोड़ और मनोज मंगावा सहित हजारों किसान मौजूद रहे। मंच का संचालन हरिराम मील ने किया और उन्होंने सभी उपस्थित किसानों का आभार जताया।

Related Articles