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लिव-इन पार्टनर की हत्या की तो करिश्मा ने किया सुसाइड:नागौर में परिवार वालों ने 13 दिन पहले मारा था, प्रेमी के घर ही फंदा लगाया


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लिव-इन पार्टनर की हत्या की तो करिश्मा ने किया सुसाइड:नागौर में परिवार वालों ने 13 दिन पहले मारा था, प्रेमी के घर ही फंदा लगाया

लिव-इन पार्टनर की हत्या की तो करिश्मा ने किया सुसाइड:नागौर में परिवार वालों ने 13 दिन पहले मारा था, प्रेमी के घर ही फंदा लगाया

नागौर : नागौर के सहदेव हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। उसकी लिव-इन पार्टनर करिश्मा चौधरी ने आज सुबह सहदेव के घर में ही सुसाइड कर लिया। परिवार को करिश्मा अपने कमरे में फंदे से झूलती हुई मिली। आरोप है कि 13 दिन पहले करिश्मा के परिवार ने अजमेर में सहदेव की हत्या कर दी थी। इसके बाद करिश्मा ने मीडिया से विशेष बातचीत की थी। उसने बताया था कि उसे और सहदेव को धमकियां मिलती थीं। करिश्मा ने अपने परिवार के लिए फांसी की मांग भी की थी।

करिश्मा ने बताया था कि कैसे वो और सहदेव मिले और उनका परिवार क्यों दोनों के रिश्ते से नाराज था।
करिश्मा ने बताया था कि कैसे वो और सहदेव मिले और उनका परिवार क्यों दोनों के रिश्ते से नाराज था।

करिश्मा लिव-इन पार्टनर के घर ही रहती थी

नागौर जिले के धारणा गांव की रहने वाले करिश्मा चौधरी (20) सहदेव भाकर के घर रातंगा गांव में ही रहती थी। सहदेव के परिवार के अनुसार सहदेव की मौत के बाद पूरे घर में मातम का माहौल था। करिश्मा में भी दिनभर घर में ही रोती रहती थी। गुरुवार सुबह करीब 4 बजे जब उसे बुलाने के लिए गए तो वह फंदे पर झूलती हुई मिली। लड़की को हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।

तरनाऊ गांव में नर्सिंग की पढ़ाई के दौरान सहदेव और करिश्मा का रिश्ता शुरू हुआ था।
तरनाऊ गांव में नर्सिंग की पढ़ाई के दौरान सहदेव और करिश्मा का रिश्ता शुरू हुआ था।

सबसे पहले जानिए- क्या है पूरा मामला

दरअसल, 13 जून को अजमेर परीक्षा देने गए रातंगा (नागौर) के कॉलेज टीचर का बस स्टैंड से किडनैप हो गया था। अगले दिन उसकी बॉडी नागौर के तेजासर इलाके से मिली। पुलिस जांच में सामने आया कि सहदेव भाकर नागौर जिले के ही धारणा गांव की रहने वाली करिश्मा चौधरी के साथ लिव-इन में रहता था। वे करीब 9 महीने से साथ थे। करिश्मा ने बताया था कि वे घर से भागकर पहले जयपुर गए थे। वहां उन्होंने लिव-इन में रहने के डॉक्यूमेंट भी तैयार करवाए थे। इसके बाद नागौर वापस आकर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। इस दौरान उन्हें धमकियां भी मिलती रहीं।

करिश्मा का दावा था कि सहदेव से रिश्ते के कारण लगातार उस पर दबाव बनाया जा रहा था। उन्होंने पुलिस प्रोटेक्शन की भी डिमांड की थी।
करिश्मा का दावा था कि सहदेव से रिश्ते के कारण लगातार उस पर दबाव बनाया जा रहा था। उन्होंने पुलिस प्रोटेक्शन की भी डिमांड की थी।

13 जून को एग्जाम देने गया था सहदेव

धमकियों के बीच सहदेव 13 जून को अजमेर में एग्जाम देने गया था। आरोप है कि बस स्टैंड पर करिश्मा के परिवार ने उसे किडनैप कर लिया था। अगले दिन उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। आरोपी उसकी बॉडी को रातंगा गांव के पास एक खेत में फेंककर फरार हो गए थे। पुलिस सहदेव की हत्या के मामले में अब तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। सहदेव के पिता रामदेव भाकर ने अजमेर के सिविल लाइंस थाने में शिकायत भी दी थी।

सहदेव और करिश्मा कुछ दिन पहले जैसलमेर भी घूमने गए थे। करिश्मा ने बताया था कि इस दौरान भी वे काफी डरे हुए थे।
सहदेव और करिश्मा कुछ दिन पहले जैसलमेर भी घूमने गए थे। करिश्मा ने बताया था कि इस दौरान भी वे काफी डरे हुए थे।

सहदेव पहले से शादीशुदा था, करिश्मा का बाल विवाह

करिश्मा ने बताया था कि- सहदेव की शादी साल 2018 में रातंगा के पास के ही खुशिया गांव की चंदा देवी के साथ हुई थी। सहदेव की उससे नहीं बनती थी। वो चन्दा को तलाक देना चाहता था। इधर मेरे परिवार वाले भी मेरे बालिग होने का इंतजार कर रहे थे ताकि वो मेरा मुकलावा (बाल विवाह के बाद पहली बार ससुराल भेजना) कर मुझे ससुराल भेज दें। मैं इसके लिए तैयार नहीं थी। साल 2024 में मेरी उम्र 18-19 साल हो गई। इसके बाद सहदेव ने जायल कोर्ट में अपनी पत्नी चंदा से तलाक के लिए अर्जी पेश कर दी।

करिश्मा ने बताया था कि उन दोनों को काफी सतर्क रहना पड़ता था। वे घर से भी कम ही बाहर निकलते थे।
करिश्मा ने बताया था कि उन दोनों को काफी सतर्क रहना पड़ता था। वे घर से भी कम ही बाहर निकलते थे।

दोनों को हमेशा परिवार का डर सताता रहता था- करिश्मा

करिश्मा चौधरी ने बताया था कि सुरक्षा नहीं मिलने के कारण हमें हर समय सतर्क रहना पड़ता था। दोनों कहीं भी लोकल में बाहर नहीं जाते थे। कुछ दिनों के लिए दोनों जैसलमेर और मुंबई घूमने गए थे। जल्दी ही सहदेव के तलाक वाले केस में फैसला होने वाला था। उसने बताया था कि सहदेव पढ़ाई में होशियार थे। मुझे पूरा भरोसा था कि उनकी सरकारी नौकरी भी जल्दी ही लग जाएगी। सहदेव 12 जून को दूसरा एग्जाम देने अजमेर गए थे। इस दौरान पिता बस्तीराम, चाचा रामकिशोर, चाचा रामप्रसाद, बहन ललिता, उसका पति और मेरा जीजा महिपाल, दूसरे जीजा राजू और फूफा हड़मान ने सहदेव का किडनैप कर हत्या कर दी थी।

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