जिला कलेक्टर रामावतार मीणा का बड़ा फैसला:अब पुनर्जीवित हो सकेगी काटली नदी
जिला कलेक्टर ने नदी के बहाव क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने के अभियान चलाने के दिए निर्देश

झुंझुनूं : जिले की जीवन रेखा मानी जाने वाली काटली नदी अब पुनर्जीवित हो सकेगी। जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने इसके लिए बड़ा फैसला लेते हुए नदी के बहाव क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने का अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। जिला कलेक्टर मीणा ने इस संबंध में खेतडी, उदयपुरवाटी, झुंझुनू, चिडावा, सूरजगढ के उपखंड अधिकारियों, खेतडी, उदयपुरवाटी, गुढ़ागौडजी, झुंझुनू, मण्ड्रेला, चिडावा, पिलानी के तहसीलदारों, डीएफओ, खनिज अभियंता, पीडब्ल्यूडी एसई व जल संसाधन विभाग के एसई को निर्देशित किया है। जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि नदी के बहाव क्षेत्र में सीमांकन कार्य किया जाकर अतिक्रमण चिह्नित करते हुए कार्यवाही सुनिश्चित करें। इस कार्य में आमजन एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी लिया जाएगा। आवश्यक होने पर पुलिस की मदद भी ली जाएगी। कलेक्टर ने इसकी प्रगति रिपोर्ट से भी लगातार अवगत करवाने के लिए कहा है। जिला कलेक्टर ने नदी के बहाव क्षेत्र में सघन वृक्षारोपण इस मानसून सत्र में करवाने के निर्देश भी दिए हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशानुरूप इस माह 5 से 20 जून तक ‘ वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ में जल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य हुआ है, वहीं अब काटली नदी को अतिक्रमण मुक्त करवाने का फैसला जल एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में बड़ा कदम साबित होगा।