गाज़ा में नरसंहार बंद करो-माकपा
गाज़ा में नरसंहार बंद करो-माकपा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी जिला कमेटी झुंझुनूं के आह्वान पर आज “फ़िलिस्तीन के साथ राष्ट्रीय एकजुटता दिवस “ पर रैली निकालकर प्रदर्शन किया गया। अमरीका समर्थित इजराइल आतंकवाद के खिलाफ फिलिस्तीन की जनता के पक्ष में शांति और संप्रभुता के लिए आज पूरी दुनिया में आवाज़ उठाई जा रही है। इसी सिलसिले में कार्यकर्ताओं ने युद्ध के ख़िलाफ़, शांति के पक्ष में विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें अमरीकी साम्राज्यवाद के खिलाफ और फिलिस्तीन को युद्ध से मुक्त करने और फिलिस्तीन की जनता के साथ एकजुटता प्रगट करने के लिए आवाज़ उठाई।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए माकपा जिला सचिव कामरेड राजेश बिजारनिआ ने कहाँ की अमरीकी साम्राज्यवाद को आड़ में इज़राइल लाखो फिलिस्तीनी लोगों का नरसंहार कर चुका है । इज़राइल का इरादा फ़िलिस्तीन की जनता का सफाया कर, उनके भौगोलिक क्षेत्र पर कब्जा करना है । यानि यह दुनिया का सबसे बड़ा नरसंहार है और अमेरिका और पूरे यूरोप की इसमें मूक सहमति है । भारत ऐतिहासिक रूप से स्वतंत्र फिलिस्तीन को विदेश नीति के साथ रहा है लेकिन वर्तमान कॉर्पोरेट सांप्रदायिक गठजोड़ वाली सरकार अमेरिका की गोद में बैठकर कहीं ना कहीं इस नरसंहार पर मूक सहमति दे रही है ।यह पहली बार है कि भारत ने यूएन में युद्ध विराम के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव से वॉक आउट किया । इससे कहीं ना कहीं भारत के नेतृत्व में चलाए गए गुट निरपेक्ष आंदोलन को कमज़ोर करने का प्रयास है ।
भारत सरकार को समझना होगा की हमने आज़ादी की लड़ाई साम्राज्यवादी ताक़तों से लड़कर ही मिली है यानी साम्राज्यवादी ताकते फ़िलिस्तीन ही नहीं बल्कि भारत के लिए भी सबसे बड़ा खतरा है । भारत के फ़िलिस्तीन के साथ ऐतिहासिक संबंध रहे है और भारत की विदेश नीति कभी भी इजरायली मानसिकता की समर्थक नहीं हो सकती।
माकपा के प्रदेश सचिव मण्डल सदस्य कामरेड फूलचंद बर्बर ने कहा कि अब तक गुजरे बीस महीनों में इस्राइल की लगातार बमबारी और सैन्य आक्रामकता ने 55 हजार से अधिक फलस्तीनियों को मार डाला है। इनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं। इन हमलों में आवश्यक बुनियादी ढांचे, अस्पतालों, स्कूलों और शरणार्थी को जानबूझकर लक्ष्य बनाया गया है।
माकपा के पूर्व जिला सचिव कामरेड सुमेर बुड़ानिया ने कहाँ की गाजा के लोगों को एक अभूतपूर्व मानवीय तबाही में धकेल दिया है। यह जनसंहार से कम नहीं है। यहाँ तक की इजरायल मानवीय सहायता तक को ग़ज़ा में पहुँचने से रोक रहा है ।यहाँ तक यूएन ने भी इसको लेकर चेतावनी जारी की है कि अगर गाजा को तुरंत मदद न मिली तो अगले 48 घंटों में लगभग 14000 बच्चों की मौत हो सकती है. इजरायल ने गाजा पट्टी की घेराबंदी कर दी, जिससे खाना-पानी जैसी बेसिक चीजें भी वहां नहीं पहुंच पा रहीं. क्या इन हालातों में भी यूएन केवल चेतावनी ही दे पाएगा, या वो कोई ठोस एक्शन भी ले सकता है?
इस अवसर पर नौजवान सभा प्रदेश अध्यक्ष सौरभ जानू ने बताया की इज़रायल गाज़ा की मेडिकल फैसिलिटीज़ को निशाना बनकर हमला कर रहा है, जिससे भयंकर मानवीय संकट पैदा हो गया है । इस अवसर पर किसान सभा जिलाध्यक्ष गिरधारी लाल महला, जिलामहासचिव मदन सिंह यादव, माकपा झुंझुनूं तहसील सचिव बिलाल कुरैशी, मलसीसर तहसील सचिव महिपाल पूनिया, गुढ़ा तहसील सचिव शिवनाथ महला, नवलगढ़ तहसील सचिव धन्ना राम सैनी, नौजवान सभा जिला महासचिव योगेश कटारिया, एसएफआई के प्रदेश उपाध्यक्ष अनीश धायल, भारत की जनवादी नौजवान सभा प्रदेश उपाध्यक्ष हेमलता शर्मा ,अखिल भारतीय किसान सभा जिला सयुक्त सचिव अरविंद गढ़वाल, कामरेड सुरेंद्र लाम्बा,भारत की जनवादी नौजवान सभा मलसीसर तहसील उपाध्यक्ष अजीत सिंह, एसएफआई तहसील महासचिव अमित शेखावत,सुरेश महला, अकबर कुरैशी, बलराज पूनिया, इमरान बड़गुर्जर, जुनैद फूलका, साहिर, आज़ाद, समीर, प्रशांत भास्कर, अरुण छोटू, सोहेल बहलीवाल, सिकंदर पहाड़ियाँन, मंजीत, मनीष, विशाल, आवेश , अंकुश, अंकित, शाहिद, नय्युम, तालिब, कैफ़, अक़ील, आतिफ़, मनेश सोतवारा सहित सैंकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।
भवदीय