सादुलपुर में झुग्गी बस्ती के लिए अनूठी पहल:भामशाह ने खोला निशुल्क बर्तन बैंक, शादी-समारोह में मिलेंगे स्टील के बर्तन
सादुलपुर में झुग्गी बस्ती के लिए अनूठी पहल:भामशाह ने खोला निशुल्क बर्तन बैंक, शादी-समारोह में मिलेंगे स्टील के बर्तन

सादुलपुर : राजस्थान के सादुलपुर में वार्ड 13 की झुग्गी-झोपड़ी बस्ती में एक अनोखी पहल की गई है। समाज सेवी एडवोकेट गायत्री पुनिया ने भामशाह और गांव लुद्दी झाभर की बहू मोहनी सिंह के सहयोग से निशुल्क बर्तन बैंक की स्थापना की है। इस बर्तन बैंक में स्टील और सिल्वर के कुल 1011 बर्तन उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें खाना पकाने के बड़े बर्तन, खाने की थालियां और पानी के गिलास शामिल हैं। बस्ती के लोग शादी-विवाह जैसे कार्यक्रमों के लिए बिना किसी शुल्क के इन बर्तनों का उपयोग कर सकेंगे।
मोहनी सिंह ने अपने पति दीपक और ससुर सुरेश पाल जाट के साथ झुग्गी बस्ती में जाकर बर्तन वितरित किए। उन्होंने बताया कि उनके मायके में बेटी को बर्तन देने की परंपरा है। हालांकि, उनके ससुर ने दहेज में कोई सामान लेने से मना कर दिया था। इसके बाद गायत्री पुनिया की प्रेरणा से यह बर्तन बैंक शुरू किया गया।
कार्यक्रम के दौरान किरड़ा भारती के जुगल किशोर और विनोद पुनिया ने उपस्थित लोगों को प्लास्टिक का उपयोग न करने की शपथ दिलाई। सुरेश पाल जाट ने कहा कि गरीब लोगों की सेवा भगवान की सेवा है। इस अवसर पर रोहित मेहला, सरोज देवी, दीपक महला, सोमैया सहित कई लोग मौजूद रहे।