भगवान बिरसा मुंडा के समाधिस्थल से आदिवासी मोर्चा के नेताओं को जबरन बस में डालने पर विरोध प्रदर्शन
भगवान बिरसा मुंडा के समाधिस्थल से आदिवासी मोर्चा के नेताओं को जबरन बस में डालने पर विरोध प्रदर्शन

झारखंड : भगवान बिरसा मुंडा के समाधिस्थल से आदिवासी बचाओ मोर्चा एंव सिरमटोली बचाओ मोर्चा के नेताओं को जबरन बस में बैठाकर नामकुम थाना ले जाना लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। – विजय शंकर नायक
उपरोक्त बातें आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष विजय शंकर नायक ने अपनी प्रतिक्रिया मे उक्त बाते कही ।इन्होने आगे कहा कि सिरमटोली बचाओ मोर्चा और आदिवासी बचाओ मोर्चा के नेताओं की गिरफ्तारी और हेमंत सरकार की दमनकारी नीतियों की मंच कटु निंदा करता है ।
नायक ने कहा कि सिरमटोली बचाओ मोर्चा और आदिवासी बचाओ मोर्चा के नेताओं के साथ भगवान बिरसा मुंडा के पवित्र समाधिस्थल पर झारखंड पुलिस द्वारा की गई धक्का-मुक्की और गिरफ्तारी की घटना न केवल आदिवासी समाज के धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं पर प्रहार है। भगवान बिरसा मुंडा के समाधिस्थल नेताओं को जबरन बस में बैठाकर नामकुम थाना ले जाना लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। यह दमनकारी कार्रवाई आदिवासी समाज के स्वाभिमान और उनके हक-अधिकारों पर सीधा हमला है।
आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष ने हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा, “हेमंत सरकार, जो स्वयं को आदिवासी हितैषी होने का दावा करती है, बार-बार आदिवासी समाज की भावनाओं को कुचल रही है। । हम झारखंड की जनता और सभी सामाजिक संगठनों से अपील करते हैं कि वे इस अन्याय के खिलाफ हमारा साथ दें।