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राजस्थान सरकार के शिक्षा आयुक्त आईएएस डॉ ओपी बैरवा ने जयपुर में आयोजित राष्ट्रीय कांफ्रेंस एच आर 4.0 का किया विधिवत शुभारंभ


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राजस्थान सरकार के शिक्षा आयुक्त आईएएस डॉ ओपी बैरवा ने जयपुर में आयोजित राष्ट्रीय कांफ्रेंस एच आर 4.0 का किया विधिवत शुभारंभ

एच आर 4.0 राष्ट्रीय कांफ्रेंस प्रबंधन छात्रों हेतु होगी मददगार -आयुक्त कॉलेज शिक्षा राजस्थान सरकार आईएएस डॉ ओम प्रकाश बैरवा

कोटा : ओम कोठारी ग्रुप ऑफ एज्युकेशनल इंस्टीट्यूट, कोटा द्वारा ‘‘एच आर 4.0- नेविगेटिंग द ह्यूमन साइड ट्रांसफोर्मेशन‘‘ विषय पर नेशनल कांफ्रेंस-2025 आयोजित की गई। संपूर्ण राष्ट्रीय कांफ्रेंस में राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा, आईएसटीडी कोटा चैप्टर, एनएचआरडी, जयपुर सहयोगी संस्थान रहे एवं मुख्य आयोजक कोटा शिक्षा नगरी का प्रतिष्ठित ओम कोठारी शैक्षणिक ग्रुप मुख्य भूमिका में रहा .ओम कोठारी ग्रुप की प्रबंधन ट्रस्टी सीमा कोठारी ने विकसित राजस्थान के विजन को पूरा करने के लिये इसे महत्वपूर्ण कड़ी बताया .कांफ्रेंस चेयर ट्रस्टी सीमा कोठारी, कांफ्रेंस चेयरमैन डॉ अमित सिंह राठौड़, कांफ्रेंस के उदघाट्न सत्र के मुख्य अतिथि राजस्थान सरकार से कॉलेज शिक्षा आयुक्त वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डॉ.ओमप्रकाश बैरवा, मुख्य वक्ता में वीएमओयू सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ पी.के शर्मा एवं एनबीसी के मुख्य प्रबंधक देवाशीष सतपथि, को चेयर पूर्व आईसीटीडी नेशनल प्रेसिडेंट अनीता चौहान कॉन्फ्रेंस कन्वीनर डॉ मीनल शाह जैन रही।

उपस्थित शिक्षाविदों, इंडस्ट्रियलिस्ट ने महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किये। देश के अनुभवी शिक्षाविदों ने बदलते वैश्विक परिदृश्य के अनुसार राजस्थान की वर्कफोर्स को प्रशिक्षित करने के लिये विभिन्न उपायों को हाइब्रिड मोड पर आधारित शोध पत्र प्रजेंटेशन द्वारा प्रस्तुत किया।मैनेजमेंट ट्रस्टी श्रीमती सीमा कोठारी ने कहा कि आज सभी राज्य मानव संसाधन के क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी को शामिल कर बदलाव की स्थिति में है। हमें बदलते परिवेश के अनुसार प्रगति पथ की तलाश करनी होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि कांफ्रेंस के शोध पत्रों से विकसित राजस्थान के लिये भविष्य की रणनीति पर एक ब्लूप्रिंट निकालकर आएगा जो कि हर क्षेत्र के विकास में उपयोगी रहेगा। मुख्य अतिथि डॉ ओमप्रकाश बैरवा ने कहा कि नई टेक्नोलॉजी हमें आगे ले जाने वाली होती है। वर्तमान एवं भविष्य की आवश्यकताओं के बीच दूरी को पाटने हेतु डिजिटल तकनीक का प्रयोग, इनोवेशन जैसे प्रयासों की निरंतर आवश्यकता है। डिजिटल साक्षरता से सरकारी तंत्र में नागरिकों के प्रति जवाबदेही बढी है।

जीएसटी एवं अन्य क्षेत्र में पारदर्शिता आई है। इस क्षेत्र में सरकार, उच्च शिक्षण, संस्थान, इंडस्ट्री सभी के साझा प्रयासों पर बल दिया। मीडिया प्रभारी डॉ नयन प्रकाश गांधी ने बताया कि नेशनल कांफ्रेंस में देश के विभिन्न शहरों से आए प्रमुख शिक्षाविदों, रिसर्च स्कॉलर्स व विद्यार्थियों ने कॉन्फ्रेंस के मुख्य विषय पर आधारित अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये। अंत में गुंजित वरवड़े एवं रोहन प्रदीप के शोध पत्रों को श्रेष्ठ शोध पत्र अवार्ड से नवाजा गया।उन्हें प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह द्वारा पुरस्कृत किया गया। साथ ही इस अवसर पर संस्थान निदेशक और कांफ्रेंस चेयरमैन प्रख्यात मैनेजमेंट थिंकर डॉ अमित सिंह राठौड़, मीनल शाह जैन एवं आयुष त्यागी द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘इंडस्ट्री एकेडमिक पार्टनरशिप इन इंडियन हायर एजुकेशनः ए स्ट्रैटेजिक एप्रोच‘‘ के पोस्टर का विमोचन किया गया। अंत में कांफ्रेंस को चेयर एवं कार्यक्रम सहयोगी संस्था आईएसटीडी दिल्ली की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीता चौहान ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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