जयपुर : जयपुर के सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में लघु उद्योग भारती द्वारा सोहन सिंह स्मृति कौशल विकास केंद्र बनाया गया है। इसका लोकार्पण करने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जयपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कौशल विकास केंद्र में पौधारोपण भी किया।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि यहां मैं वक्ता के तौर पर नहीं बल्कि, श्रोता के तौर पर आया हूं। मैं डॉक्टर साहब को सुनने यहां आया हूं। ऐसे स्थान पर आने से आयना दिख जाता है। उन्होंने कहा कि आज देश में आर्थिक विकास तो हो रहा है। भारत लंबी छलांग भी लग रहा है। जबकि एक दशक पहले हमारी अर्थव्यवस्था डगमगा रही थी। आज दुनिया में पांचवें स्थान पर पहुंच चुकी है। अगले कुछ सालों में तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगी। 2047 तक विकसित भारत बनेगा।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हम भारतीय हैं, राष्ट्रवाद और राष्ट्रप्रेम से कभी समझौता नहीं कर सकते है। देश में जो बड़ी समस्या उभर रही है, उसका समाधान हमारे सामने है। लघु उद्योगों के मामले में भारत सरकार का मंत्रालय भी बहुत सक्रिय है। मैंने भी कई बार उनसे चर्चा की। भारत ने कौशल के ज्ञानी लोगों को दुनिया को दिया है। आज शिक्षा और कौशल दोनों जरूरी है।
उन्होंने कहा कि भारत में चिंतन और मंथन के बाद नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का निर्माण किया गया है। जिसमें कौशल को भी स्थान दिया गया है। डिग्री पर डिग्री लेने से कुछ नहीं होगा। किसी काम का कौशल रखने से आप समाज को अपना योगदान दे सकते हैं। विकसित भारत का देश में जो हवन हो रहा है। उसमें आपकी आहुति बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि समाज में आज संतुलन की आवश्यकता है। हम बाहर से उन वस्त्रों को आयात करते हैं। जो हमारे देश में बनते हैं। जबकि लोकल फॉर वोकल हमारी आवश्यकता है। ऐसा करने से हमारे विदेशी मुद्रा के भंडार में छेद होता है। मुझे पता है विदेशी मुद्रा भंडार की कितनी अहमियत है। आज विदेशी मुद्रा का भंडार 700 मिलियन डॉलर हो चुका है। जबकि एक समय यह मैच महज मिलियन डॉलर था।
उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से मजबूर होने के साथ ही संस्कारवान होना भी बेहद जरूरी है। हम भौतिक आवश्यकताओं में इतने व्यस्त हैं कि बच्चों को संस्कार और नैतिकता का पाठ नहीं पढ़ पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को लेकर आज पूरी दुनिया चिंतित है। क्योंकि कोई दूसरी पृथ्वी हमारे पास रहने के लिए नहीं है। क्लाइमेट चेंज हर व्यक्ति का कर्तव्य है। यह एक बड़ी समस्या है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि कुछ ऐसी ताकत देश में और बाहर है, जो भारत की प्रगति को पचा नहीं पा रही है। वह देश को खंडित और देश की संस्थाओं को सुनियोजित तरीके से अपमानित करने का काम कर रही है।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाहक डॉक्टर कृष्ण गोपाल ने कहा कि हमारे देश में अमेरिका और जर्मनी का मॉडल नहीं चलेगा। क्योंकि वह देश कृषि पर आधारित नहीं है। हमारे देश में 60 से 65 प्रतिशत लोग कृषि पर आधारित है। हमारे युवा 12 से 15 हजार की नौकरियों के लिए देशभर में जा रहे है। विकास का यह मॉडल हमारे देश के लिए सही नहीं है। उनके गांव के पास उन्हें रोजगार मिलना चाहिए। ताकि वह अपने परिवार के पास अच्छे से जीवन यापन कर सके।
बोले-12वीं फैल बच्चे के लिए कुछ नहीं
वे बोले- राजस्थान के युवा अपने कौशल के लिए परेशान रहते थे, उनके लिए लघु उद्योग भारती द्वारा कौशल विकाश केंद्र बनाया है। एक और जहां IIT, MBA है, वहीं दूसरी और कोई बच्चा अगर 12वीं में फैल हो गया, उसके लिए कुछ नहीं है। अब हमारा केंद्र उन्हें कौशल देगा। कृष्ण गोपाल ने कहा कि कपड़ों से लेकर हीरे जवाहरात भारत से पूरी दुनिया में जाता है। हमारा देश सिर्फ कृषि प्रधान नहीं बल्कि, छोटे छोटे उद्योगों वाला देश था। लेकिन अग्रेजों के आने के बाद भारत सिर्फ कृषि तक सीमित रह गया।
भारत गरीब देश नहीं था, अग्रेजों में भारत को गलत दिशा में मोड़ दिया था। न अब हम फिर से अलग दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। MSME के माध्यम से 8 करोड़ लोगों को आज रोजगार मिल रहा है। बड़े बड़े उद्योग कम लोगों रोजगार देते हैं, जबकि छोटे उद्योग ज्यादा लोगों को रोजगार देते है।
सीतापुरा में बनाया गया है कौशल केंद्र
लघु उद्योग भारती द्वारा सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र में सवा लाख स्क्वायर फीट क्षेत्र में बहुमंजिला कौशल केंद्र का निर्माण किया गया है। जहां प्रदेश के युवाओं को अकाउंट्स, फैशन, हैंडीक्राफ्ट, इलेक्ट्रिशियन, डिजिटल स्केल के साथ ही स्टार्टअप को विकसित करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे पहले मंगलवार को लोकार्पण से पूर्व कौशल विकाश केंद्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी द्वारा पूजा अर्चना कर हवन किया गया। जिसमें लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री प्रकाश चंद्र, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ताराचंद गोयल, प्रदेश अध्यक्ष शांतिलाल बालड़, जोधपुर प्रांत संयुक्त महासचिव सुरेश विश्नोई, नवरतन नारानिया और सुनीता शर्मा ने हवन में आहुति दी।
लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री प्रकाश चंद्र ने कहा कि ये कौशल केंद्र प्रदेश के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है। जिसके लोकार्पण कार्यक्रम में प्रदेशभर से बड़ी संख्या में उद्यमी शामिल होंगे।