फजीलत – ए -इल्म कॉन्फ्रेंस वार्षिक दीक्षांत समारोह मदरसा मदीना तुल उलूम मे संपन्न हुआ
इल्म-एक नूर है - मौलाना अलीमी

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जिला मुख्यालय पर प्रथम अरेबिक – युनिवर्सिटी मरकजी मदरसा मदीना तुल- उलूम के वार्षिक दिक्षान्त समारोह में फजीलत -ए- इल्म कान्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए शहर इमाम सैय्यद मोहम्मद अनवार नदीमुल कादरी ने बताया की 300 वर्षो से शिक्षा के क्षेत्र में मदरमा मदिना तुल -उलूम चूरू का प्रथम शिक्षा का केन्द्र रहा जहां, अरबी, फारसी उर्दू, हिन्दी ,अंग्रेजी शिक्षा दी जाती है यहा पूर्व में इसमे सभी धर्म के कर्म विद्वान लोगों ने फारसी भाषा का ज्ञान अर्जीत किया ।
तत्पश्चात हैदराबाद के मौलाना शागील इमाम ने सिरतुन्नबी पर संबोधित किया इसके बाद मुख्य वक्ता कोलकाता से आमत्रित मौलाना शफीउल्लाह अलीमी ने इस्लाम और विज्ञान पर सार गर्भित सम्बोधन किया एवं ओलिया-ए-किराम सुफीयों के मानवता के लिए किये गये कामो पर कैसे मानवता के उत्थान के लिए अपने पुरे जीवन को त्याग किया इस पर विस्तारपूर्वक पेशकर हर हाल मे शिक्षा हासिल करने पर बल दिया, उन्होंने कहा इल्म एक नूर है, जहालत अधेरा है। और 22 छात्रों को डिग्री प्रदान की कई संस्थाओं द्वारा छात्रों को गिफ्ट भेट किया गया जिसमें सिरोहा फाउण्डेशन, राजवंशी खान महा सभा, हिन्दुस्तान साइकिल अमीन खान, राणा वेलफेयर आदि।
समारोह की अध्यक्षता शहर इमाम सैयद मोहम्मद अनवार नदीमुल कादरी ने की। समारोह में सैयद अबरार हुसैन कादरी खानका -ए- कादरी, सैयद गुलाम मुस्तफा क़ादरी, सैयद मंजूर आलम, एडिशनल एसपी अयूब खान, एडवोकेट हकीम अहमद खान, आदि ने शिरकत की संस्था के सचिव हाजी युसूफ खान चौहान, खजांची हाजी फतेह मोहम्मद गोरी, ने सभी का आभार व्यक्त किया। हनुमानगढ़, सीकर, झुंझुनू, बीकानेर, जिले से आए हुए हैं मेहमानों का शुक्रिया अदा किया संचालन मौलाना अनीस रजा व मौलाना जमील अख्तर बीकानेरी ने संयुक्त रूप से किया अंत में सलातो – सलाम के बाद दुआएं की गई।