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वन विभाग को 12 मोर सहित 54 पक्षी मिले मृत:आरोपी थैले में भरकर बुहाना से खरखड़ा की तरफ ले जा रहे थे, टीम को देख सड़क किनारे छोड़कर हुए फरार​


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खेतड़ीझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

वन विभाग को 12 मोर सहित 54 पक्षी मिले मृत:आरोपी थैले में भरकर बुहाना से खरखड़ा की तरफ ले जा रहे थे, टीम को देख सड़क किनारे छोड़कर हुए फरार​

स्थानीय लोगों का कहना है ​शिकारी इतने मोरों को क्यों मार रहे थे, कहीं इनके मांस की सप्लाई बड़े होटलों में तो नहीं हो रही?

खेतड़ी : खेतड़ी में मंगलवार शाम को पक्षियों का शिकार करने का मामला सामने आया है। नाकाबंदी के दौरान आरोपी पक्षियों से भरा थैला सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गए। इस दौरान वन विभाग की टीम ने 12 मोर सहित 54 मृत पक्षियों को बरामद किया है।

वन विभाग के रेंजर मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि मंगलवार शाम को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि एक बाइक पर सवार दो व्यक्ति राष्ट्रीय पक्षी मोर को मारकर बुहाना से खरखड़ा की ओर ले जा रहे हैं। सूचना के आधार पर टीमें तैनात कर जसरापुर रोड़ पर नाकाबंदी की गई। इस दौरान बाइक पर सवार दो लोग खड़खड़ा से टीलावाली की ओर जाते दिखाई दिए। वन विभाग की नाकाबंदी देख वे लोग दो थैले और पक्षी पकड़ने का जाल रास्ते में फेंक कर भाग गए। जब वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर देखा ओर थैलों की तलाशी ली, तो थैलों में राष्ट्रीय पक्षी मोर के 12, काला तीतर के 3, तीन मोडी व 36 तीतर मृत अवस्था में पाए गए।

न विभाग की टीम ने 12 मोर सहित 54 मृत पक्षियों को बरामद किया है।
न विभाग की टीम ने 12 मोर सहित 54 मृत पक्षियों को बरामद किया है।
54 पक्षियों के शवों को ठूंस-ठूंस कर भर रखा था

वन विभाग की टीम ने बोरों को खोलकर देखा तो उसमें 54 पक्षियों के शवों को ठूंस-ठूंस कर भर रखा था। टीम ने बोरों व पक्षी पकड़ने के जाल को जब्त कर लिया। वन्य जीव अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। पक्षियों के शवों का पशु चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। कार्रवाई करने वाली टीम में क्षेत्रीय वन अधिकारी मुकेश कुमार मीणा के नेतृत्व में वनपाल शाहरुख खान, सहायक वनपाल सत्यवान पूनिया, सुमेर सिंह, जितेंद्र सिंह, महिपाल रणवा, ओम प्रकाश गुर्जर व जयपाल सिंह शामिल थे।

कहीं बड़ा गिरोह तो शामिल नहीं ?

स्थानीय लोगों का कहना है ​शिकारी इतने मोरों को क्यों मार रहे थे, इसकी जांच होनी चाहिए। क्योंकि खुद के लिए इतने जानवरों को यह अकेले नहीं मार सकते । कहीं इनके मांस की सप्लाई बड़े होटलों में तो नहीं हो रही? क्या सरकार इसकी जांच करवाएगी? पर्दे के पीछे गिरोह का पकड़ेगी? पहले भी कई बार तीतर व मोर ​शिकारियों के पास मिलते हैं लेकिन जांच में पूरा सच सामने क्यों नहीं आ रहा?

दो लोगों के खिलाफ वन्य जीव अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत नामजद मामले दर्ज

दो लोगों के खिलाफ वन्य जीव अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत नामजद मामले दर्ज किए है । क्षेत्रीय वन अधिकारी मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि इस प्रकरण में सिंघाना निवासी लीलू बावरिया व बांकोटी निवासी मुकुंदा राम बावरिया के खिलाफ राष्ट्रीय पक्षी मोर व अन्य पक्षियों की शिकार करने का मामला दर्ज किया गया है। बरामद 12 राष्ट्रीय पक्षी मोरो के शवों सहित समस्त 54 पक्षियों के शवों का बुधवार को उपनिदेशक पशु चिकित्सा विभाग डॉ अशोक कादियान के नेतृत्व में पशु-चिकित्सकों डॉ मेहर चंद, डॉ कुलदीप, डॉ अनिशा व डॉ नरेन्द्र सिंह तंवर के मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया तथा पक्षियों का नियमानुसार गठित टीम के समक्ष रेंज परिसर में अंतिम संस्कार किया गया।

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