रामलीला में हुआ मंचन रावण ने किया सीता का हरण
रामलीला में हुआ मंचन रावण ने किया सीता का हरण

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जिला मुख्यालय पर भोलेनाथ कला मंच की ओर से आयोजित रामलीला में रात्रि को लंकापति रावण ने छलपूर्वक सीता का अपहरण कर लिया वहीं सीता की खोज में निकले राम और लक्ष्मण की हनुमान से भेंट हुई। सुग्रीव मित्रता के बाद राम ने बाली का वध किया।
रावण ने मामा मारिच को स्वर्ण मृग बनकर पंचवटी में जाने को कहा। सीता ने राम से स्वर्ग मृग को पकड़कर लाने की बात कही। राम के चले जाने के बाद मायावी मारिच ने राम की आवाज में लक्ष्मण को सहायता के लिए पुकारा। लक्ष्मण ने पंचवटी में रेखा खींचकर सीता से रेखा नहीं लांघने की बात कही। राम और लक्ष्मण के चले जाने के बाद मौका पाकर रावण ने सीता का हरण कर लिया और लंका की ओर कूच किया तभी गिद्धराज जटायु ने सीता को रावण के चंगुल ने छुड़ाने का प्रयास लेकिन रावण ने जटायु के पंख काट दिए। कपटी मृग को मारकर राम और लक्ष्मण जैसे ही पंचवटी पहुंचे तो वहां सीता को नहीं पाकर व्याकुल हो उठे। सीता की खोज में वन-वन भटकते राम और लक्ष्मण की जटायु और शबरी से भेंट होती है। राम ने शबरी के जूठे बेर खाए और मोक्ष प्रदान किया। हनुमान से भेंट के बाद राम ने सुग्रीव से मित्रता की और सुग्रीव के भाई बाली का वध किया। वानरराज सुग्रीव ने सीता की खोज में पूरी वानर सेना को लगा दिया।
चंपालाल प्रजापत ने रावण, घनश्याम शर्मा ने राम, हिमांशु वर्मा ने लक्ष्मण, मुकेश वर्मा ने सीता, किशन गुंसाई ने शबरी, मुकेश अग्रवाल ने बाली, विनोद राठी ने सुग्रीव, तन्मय शर्मा तारा, विवेक शर्मा ने बाल अंगद, प्रेमप्रकाश वर्मा ने हनुमान, विष्णु सैनी ने जामवंत व जटायु का अभिनय किया। इससे पूर्व समाजसेवी पुष्पदत्त गुप्ता ने आरती में भाग लिया और कलाकारों को साधुवाद देते हुए रामलीला मंचन को सांस्कृतिक विरासत बताया। उन्होंने मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्शों का अनुसरण करने की बात कही।