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खेतड़ी में बंदरों के आतंक से परेशान ग्रामीण:प्रशासन से कई बार लगा चुके है गुहार, एक सप्ताह में 8 लोगों को किया घायल


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खेतड़ी में बंदरों के आतंक से परेशान ग्रामीण:प्रशासन से कई बार लगा चुके है गुहार, एक सप्ताह में 8 लोगों को किया घायल

खेतड़ी में बंदरों के आतंक से परेशान ग्रामीण:प्रशासन से कई बार लगा चुके है गुहार, एक सप्ताह में 8 लोगों को किया घायल

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विजेश कुमार गुप्ता

खेतड़ी : खेतड़ी में इन दिनों बंदरों के आंतक से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। समस्या को लेकर ग्रामीण कई बार प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं। इसके बावजूद भी समाधान नहीं होने पर प्रशासन से समस्या का समाधान करने की मांग की है।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में इन दिनों बंदरों की संख्या अधिक हो जाने के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हो रहे हैं। बंदर आए दिन किसी न किसी घर में घुसकर बच्चे, बुजुर्गों, राहगीरों, व महिलाओं पर हमला कर घायल कर देते हैं। इसके अलावा घरों में सुखाए जाने वाले कपड़े व सामान को भी उठा ले जाते हैं।

वार्ड 9 निवासी राजेश कुमार ने बताया कि बंदरों की आतंक की वजह से ग्रामीणों के जान पर आफत बनी हुई है। सुबह दुध वाला दूध सप्लाई करने के लिए आया तथा तो एक बंदर ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसका दूध सड़क पर ही बिखर गया। बंदरों की संख्या अधिक होने से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है। बंदरों की टोलियां घरों में घुसकर घर में रखा सामान उठा ले जाती हैं। उन्होंने बताया कि बंदरों का इस समय आतंक इस कदर बढ़ गया है कि गांव के सरकारी अस्पताल में बंदर के काटने से रोजाना एक केस आ रहा है, जहां रेबीज का इंजेक्शन लगाकर उनका उपचार किया जाता है।

ग्रामीणों ने बताया कि बंदरों की आतंक की समस्या से परेशान होकर ग्रामीण कई बार प्रशासन से इनको पकड़कर दूर ले जाने की मांग उठा चुके हैं, लेकिन प्रशासन मामले को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि यदि प्रशासन ने जल्द ही मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की तो ग्रामीणों की ओर से सिंघाना पालिका कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

पालिका ईओ रिषभ ओला ने बताया कि हमारे पास बंदर पकड़ने के लिए टीम नहीं है। आगरा से टीम बुलाई गई है, जो कल आएगी। कस्बे के बंदरों को पकड़ कर जंगल में छोड़ा जाएगा।

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