विनेश फोगाट का वेलकम, दीपेंद्र का इलेक्शन शो:ट्रोलिंग हुई तो बीच रास्ते में हुड्डा पीछे हटे; 2 MLA और टिकटार्थियों ने वेलकम किया
विनेश फोगाट का वेलकम, दीपेंद्र का इलेक्शन शो:ट्रोलिंग हुई तो बीच रास्ते में हुड्डा पीछे हटे; 2 MLA और टिकटार्थियों ने वेलकम किया
चरखी दादरी : पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने पर डिस्क्वालिफाई हुईं विनेश फोगाट शनिवार को दिल्ली पहुंचीं। सुबह 10 बजकर 55 मिनट पर विनेश एयरपोर्ट से बाहर निकलीं। उनके साथ पति सोमबीर राठी के अलावा कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा साये की तरह मौजूद रहे।
एयरपोर्ट के VVIP गेट से निकलने के बाद जीजा बजरंग पूनिया समेत तमाम प्रमुख चेहरे विनेश को रिसीव करने पहुंचे। ढोल नगाड़ों के साथ विनेश का स्वागत हुआ। सुबह करीब 11 बजे विनेश फोगाट गाड़ियों के काफिले में अपने गांव बलाली के लिए रवाना हुईं।
विनेश के साथ कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा, रेसलर बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक मर्सीडीज की जी-वैगन गाड़ी पर बैठे। विनेश का पूरा प्रोग्राम एक तरह से सांसद दीपेंद्र हुड्डा की टीम और विनेश के परिवार के लोग मैनेज कर रहे थे। विनेश का ये पूरा स्वागत कार्यक्रम सांसद दीपेंद्र हुड्डा का चुनावी शो नजर आया, क्योंकि पूरे रोड शो के दौरान दीपेंद्र की टीम ही सबसे आगे नजर आई।
पल-पल विनेश के साथ रहे दीपेंद्र
विनेश फोगाट के भारत लौटने के दौरान दीपेंद्र हुड्डा नई दिल्ली एयरपोर्ट पर पल-पल उनके साथ रहे। उन्हें रिसीव करने करने के लिए हुड्डा सुबह 10 बजकर 5 मिनट पर ही नई दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे। एयरपोर्ट के अंदर से अकेले दीपेंद्र हुड्डा ही वो शख्सियत थे, जो उन्हें बाहर तक लेकर आए। उस वक्त दीपेंद्र और विनेश फोगाट को सुरक्षा कर्मियों ने पूरी तरह घेरा हुआ था। इस दौरान विनेश के पति सोमबीर राठी भी थे।
एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही जीजा बजरंज पूनिया, साक्षी मलिक और उनकी मां प्रेमलता मिलीं। उन्हें देखकर विनेश के आंसू छलक गए। इसके बाद विनेश जी-वैगन कार में सवार हुईं। विनेश का काफिला जब दिल्ली एयरपोर्ट से चरखी-दादरी के बलाली गांव के लिए रवाना हुआ तो विनेश के साथ गाड़ी के बोनट पर दीपेंद्र हुड्डा, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया बैठे थे।
दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर द्वारका तक दीपेंद्र हर जगह विनेश के साथ मौजूद रहे। इस दौरान 10 जगहों पर विनेश फोगाट का स्वागत किया गया। दीपेंद्र हुड्डा ने कई जगह मीडिया से बात भी की और विनेश फोगाट की जमकर तारीफ भी की।
ट्रोल होते ही गाड़ी से उतरे दीपेंद्र
विनेश के साथ हर जगह नजर आने की वजह से सोशल मीडिया पर दीपेंद्र हुड्डा की ट्रोलिंग शुरू हो गई। कई यूजर ने उन्हें लेकर कई तरह के कमेंट किए। यूजर डार्क नाइट ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा, ‘रियो 2016 में अधिक वजन के कारण अयोग्य घोषित किया गया। टोक्यो 2020 के क्वार्टरफाइनल में हार। अधिक वजन के कारण पेरिस ओलिंपिक 2024 में अयोग्य घोषित किया गया। मध्य प्रदेश के एक योग्य खिलाड़ी को धोखा दिया। 0 पदकों के साथ जश्न मनाया और हरियाणा चुनाव के लिए दीपेंद्र हुड्डा के साथ रोड शो किया।’
सोशल मीडिया पर खुद को ट्रोल होते देखकर दीपेंद्र हुड्डा एयरपोर्ट से करीब 10 किलोमीटर दूर द्वारका पहुंचने के बाद विनेश की गाड़ी से उतर गए। इसके बाद वह अपने साथ आई 4 गाड़ियों के साथ काफिले को छोड़कर पूंडरी के लिए रवाना हो गए। यहां उन्हें हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा में शामिल होना था।
कांग्रेस MLA से लेकर टिकट के दावेदारों ने किया स्वागत
विनेश फोगाट का काफिला दिल्ली के बाद सबसे पहले गुरुग्राम के बादशाहपुर एरिया में दाखिल हुआ। यहां कांग्रेस की टिकट के दावेदार वर्धन यादव सहित कई नेताओं ने विनेश फोगाट का स्वागत किया। इसके बाद बसई और धनकोट में भी टिकट के दावेदारों की लंबी कतार विनेश के स्वागत में दिखाई दी। इनमें ज्यादातर नेता हुड्डा परिवार के खास गिने जाते हैं।
गुरुग्राम के बाद विनेश का काफिला झज्जर जिले में दाखिल हुआ, यहां बादली से कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स से लेकर 4 अन्य टिकट के दावेदारों ने विनेश का स्वागत किया। बादली में ही मनराज गुलिया ने भी उनका जोरदार स्वागत किया, जो टिकट के प्रबल दावेदार है।
जब विनेश का काफिया झज्जर शहर में एंट्री किया तो कोसली रोड स्थित टी-पॉइंट पर झज्जर की कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल खुद मौजूद रहीं। गीता भुक्कल ने दीपेंद्र हुड्डा के खास समर्थक नरेश हसनपुर के ऑफिस पर विनेश फोगाट का स्वागत किया और विनेश के अलावा बजरंग के गले लगकर उनका सम्मान किया।
इसी तरह चरखी दादरी में भी कांग्रेस को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान सहित टिकट के अन्य दावेदारों ने देर रात विनेश फोगाट का इंतजार कर उन्हें अपनी पलकों पर बिठाया। सोमबीर भी फिलहाल हुड्डा खेमे से दादरी से कांग्रेस का टिकट मांग रहे है।
BJP के नेता रहे दूर
दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर बलाली गांव तक पहुंचने के दौरान विनेश का काफिला जिन-जिन इलाकों से गुजरा, उनमें गुरुग्राम के बादशाहपुर एरिया के BJP नेता पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह, मनीष यादव, पूर्व सीएम मनोहर लाल के OSD और टिकट के दावेदार जवाहर यादव, बादली में पूर्व विधायक और बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के बाद दादरी में मंत्री जेपी दलाल और विनेश की चचेरी बहन व बीजेपी की टिकट की दावेदार बबीता फोगाट का एरिया है।
इनमें से एक भी नेता विनेश का स्वागत करने के लिए नहीं पहुंचा। रोड शो के 125 किलोमीटर के एरिया में कहीं भी BJP के झंडे नजर नहीं आए। जबकि विनेश के काफिले में मौजूद गाड़ियों में अधिकांश गाड़ियां दीपेंद्र हुड्डा के समर्थकों की रहीं।
विनेश के स्वागत से इसलिए दूर रहे भाजपाई
विनेश फोगाट के स्वागत कार्यक्रम से दूर रहने में भाजपाई नेताओं की कई मजबूरियां और परेशानी रहीं, क्योंकि विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने जब आंदोलन किया तो उन्हें काफी ट्रोल किया गया था। तीनों रेसलर्स ने तत्कालीन भाजपा सांसद और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आवाज उठाई थी।
उस वक्त भाजपा का कोई नेता उनके पक्ष में नहीं आया, जिसकी वजह से भाजपा के नेताओं को डर था कि चुनावी मौसम में अगर वो इस स्वागत कार्यक्रम में शामिल होंगे तो उन्हें विरोध का सामना न करना पड़ जाए। जिसके चलते भाजपा के नेताओं ने विनेश के कार्यक्रम से दूरी बनाकर रखी।
कांग्रेस ब्रजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन से ही रेसलरों के साथ
जनवरी 2023 में विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने उस वक्त के WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाते हुए दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंदोलन शुरू किया था। उस वक्त कांग्रेस पार्टी की तरफ से इन पहलवानों को पूरा समर्थन दिया गया था। करीब 4 महीनों बाद जब इन पहलवानों ने फिर से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला तो कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा खुलकर उनके समर्थन में आ गए थे।
पहलवानों के समर्थन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विपक्ष के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी तक जंतर-मंतर पर पहुंचे थे। दीपेंद्र हुड्डा के खुलकर मैदान में आने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने उन पर इस पूरे आंदोलन का साजिशकर्ता होने का आरोप तक लगा दिया था। हालांकि दीपेंद्र हुड्डा ने इस आरोपों को सिरे से नकार दिया था।
हुड्डा कर विनेश को राज्यसभा भेजने की कर चुके मांग
विनेश फोगाट ने इस बार पेरिस ओलिंपिक में एक ही दिन में दुनिया की 2 नामी महिला पहलवानों को पटखनी देकर फाइनल में जगह बनाई थी। 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में 100 ग्राम अधिक वजन पाए जाने पर विनेश फोगाट को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। जिसकी वजह से विनेश न केवल गोल्ड मेडल से चूकी, बल्कि उन्हें सिल्वर मेडल भी नहीं मिल पाया।
इसके बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विनेश फोगाट को राज्यसभा में निर्विरोध चुने जाने की मांग की थी। हुड्डा का कहना था कि उनके पास बहुमत नहीं है। अगर बहुमत होता तो वे विनेश को जरूर राज्यसभा भेजते। सभी पार्टियां विनेश का नाम आगे बढ़ाकर उसे राज्यसभा भेजें।
विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें…
1. ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलरविनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं।
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया।
2. विनेश का वजन 2.7 किलो ज्यादा थाभारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे।
3. वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट मिले, 100 ग्राम ज्यादा थाबुधवार सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। इसके बाद नियमानुसार सिर्फ 15 मिनट मिले, लेकिन इतने कम समय में विनेश का वजन घटाकर 50KG तक नहीं लाया जा सका। लास्ट में जब वेट किया गया तो विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया।
4. डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी कीविनेश ने संन्यास के ऐलान से पहले बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की।
5. विनेश ने लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर डाली पोस्टविनेश ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया (X) पर इसका ऐलान किया। विनेश ने 5 लाइनों की पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”
6. 14 अगस्त को अपील खारिज हुई14 अगस्त को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स ने विनेश फोगाट की याचिका खारिज कर दी थी। विनेश फोगाट ने याचिका लगाकर सिल्वर मेडल की मांग की थी।