झुंझुनूं में कलेक्ट्रेट पर महिलाओं का प्रदर्शन:सोशल ऑडिट टीम से अभद्र व्यवहार का आरोप, कार्रवाई की मांग
झुंझुनूं में कलेक्ट्रेट पर महिलाओं का प्रदर्शन:सोशल ऑडिट टीम से अभद्र व्यवहार का आरोप, कार्रवाई की मांग

झुंझुनूं : झुंझुनूं अलसीसर ब्लॉक की ग्राम पंचायत सोनासर में सामाजिक अंकेक्षण (सोशल ऑडिट) टीम के साथ अभद्र व्यवहार और जातिसूचक शब्दों के प्रयोग के आरोप को लेकर सोशल ऑडिट टीम ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। बड़ी संख्या में महिलाओं और टीम के सदस्यों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और जल्द से जल्द कार्यवाही की मांग की। हालांकि सांख्यिकी विभाग की अधिकारी ने आरोपों को खारिज कर दिया है।
यह है मामला
सोशल ऑडिट टीम की सदस्य सुनीता ने बताया कि वे पिछले दो-तीन वर्षों से राजीविका योजना के तहत कार्य कर रही हैं और मनरेगा का सोशल ऑडिट कर रही हैं। इसी प्रक्रिया के तहत वे 13 से 18 मार्च तक सोनासर ग्राम पंचायत में ऑडिट कर रही थीं। 19 मार्च को ग्राम सभा के दौरान सांख्यिकी विभाग की उप निदेशक पूनम कटेवा ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और पूरी टीम के समक्ष जातिसूचक गालियां दीं।
इस घटना की शिकायत जिला कलेक्टर और जिला परिषद सीईओ से भी की गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर सोशल ऑडिट टीम ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से इस मामले को गंभीरता से लेने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
टीम ने सौंपा ज्ञापन, न्याय की मांग
सोशल ऑडिट टीम ने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की। टीम के सदस्यों ने कहा कि ऐसी घटनाएं स्वतंत्र ऑडिट प्रक्रिया को बाधित करती हैं और प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
कटेवा ने आरोपों को बताया निराधार
सांख्यिकी विभाग की अधिकारी पूनम कटेवा ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वे सोनासर ग्राम पंचायत में ग्राम सेवक के पास जन्म-मृत्यु और विवाह पंजीकरण से संबंधित निरीक्षण के लिए गई थीं और वहां किसी भी तरह का विवाद नहीं हुआ। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने किसी भी प्रकार की गलत भाषा का प्रयोग नहीं किया।